पंजाब के गुरदासपुर ज़िले में आयोजित नेत्र शिविर में ऑपरेशन के
स्थानीय पत्रकार रविंद्र सिंह ने गुरदासपुर जिले में घुमान के नेत्र शिविर में ऑपरेशन करवा चुके कई मरीजों से बात की.
सभी मरीजों ने आशंका जताई कि उनकी आंखों से कॉर्निया निकाल लिए जाने के कारण वे अब कुछ भी देख पाने में असमर्थ हैं.
गग्गोमहल गांव से नेत्र शिविर में इलाज करवाने आए एक मरीज जतिंदर सिंह ने बताया, "डॉक्टरों ने हमसे कहा कि वे आंखों का चेकअप करवा रहे हैं और फिर वे हमें बस से घुमान ऑपरेशन कैंप ले गए. वहां उन्होंने मेरी आंखें ले ली. मैं बहुत ग़रीब आदमी हूं. अब मैं क्या करूंगा. मुझे मेरी आंखें वापस चाहिए. मैं अंधा हो चुका हूं."
एक दूसरी मरीज प्यार कौर कहती हैं कि ऑपरेशन के बाद अब वे कुछ भी नहीं देख सकतीं. वे दुखी होकर कहती हैं, "उन्होंने मेरी आंखें छीन लीं. मुझे मेरी आंखें वापस चाहिए."
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