70 साल कि आज़ादी ।
70 साल कि ग़ुलामी !गरीब ऑक्सीजन के कमी से नही मरता।
मरता है ,तो उसकी गरीब के घर जन्म लेने के वजह से मरता है।
आज गिनाये जायेगे अपनी कामयाबी कि डायरी से।
आज लाल किल्ला भी लाल हो जायेगा अपने ही लाल के खून से।
ग़ुलामी सहते सहते हमें आदत सी बन गई है।
60 मासूम बच्चों कि जाने ऑक्सीजन के कमी कारण हुई।
हम मैं से किसकी को नही लगता यह कमी हम मैं से सबकी लाचारी के वजह से आज यह नेता खेल रहे है अपने खून से होली।
क्या कोई माँ फिर से भगत सिंग या सुभाष जी पैदा कर पायेगी इस धरती पर फिर दूबारा।
माँ का सहारा बिछड़ गया। इस देश का ख़ुशहाल हम से ही छीन रहे अपने ही लाल !
फिर भी मेरा भारत महान।
संपादक
VR. Chavan
Mumbai Crime Page

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