मुंम्बई मैं लोगो की जान की कोई क़ीमत नहीँ !
बिल्डर, नेता, BMC, पोलीस,मौत के सौदागर !
Editor@VR.Chavan
मुम्बई में महीने मैं 2 बार घाटकोपर,भिंडीबाज़ार में रहमान बिल्डिंग हादसा का शिकार हुआ है। मरने वाले गरीब जनता की कोई सुनवाई नही। उनका जुर्म बस गरीब के घर जन्म लेना ही है। वरना कभी आप ने सुना अमीर आदमी की बिल्डिंग कभी गिरी और अमीर परिवार मरा। अमीर आदमी कभी नही मरता बिल्डिंग के गिर ने से क्योंकि वह हमेशा अधिकृत बिल्डिग मैं रहता है।
गरीब जनता के लिये घर का निर्माण करना सरकार का काम है। आवास योजना के तहत मकान बना कर देना। लेकिन यह काम मानो उनके बनाये हुवे कानून मैं आता ही नही । यह समाज सेवा का काम बिल्डर लॉबी को ही दिया गया है। गरीब को सस्ते मैं मकान देने काम बिल्डर लॉबी के हाथ दे दिया है।
कोर्ट में भी अनधिकृत बिल्डिंग में रहने वाले परिवार वालो की कोई सुनवाई नही। BMC कोर्ट का नोटिस दिखाकर घर से बेघर कर देते है।
बिल्डर भी फायदे में ,नेता भी फायदे में, और BMC के तो क्या कहना । कोर्ट अपने कायदे में ।
आज ठाणे मुंब्रा, दिवा में हजारों बिल्डिग को वह के कर्मनिष्ठ मनपा अधिकारी ने बिल्डर लॉबी से पहले साठगांठ कर के बिल्डिंग का निर्माण होने दिया और बाद में उसी बिल्डिंग को धोकादायक, अनधिकृत बिल्डिंग का केवल नोटिस देकर अपना फर्ज निभा रहे है। वहां के जनप्रतिनिधि नगरसेवक ,आमदार,खासदार अपनी आँखों पर बिल्डर लॉबी ने दिये हुवे काली कमाई की पट्टी बांध रखी है। फिर एक बार अनधिकृत बिल्डिंग गिरते ही रहेगी, और नेतागन,मीडिया काम कवरेज़ लेने का देने का काम चलता ही रहेगा। मरता कौन गरीब जनता। मज़े में कौन ? नेता,बिल्डर, BMC अधिकारी !
बिल्डिंग गिरने के बाद ही कार्यवाही क्यू ?
ठाणे के मनपा के कमिश्नर सजीव जैसवाल पर वक्त रहते कार्यवाही क्यू नहीं ? इसका जवाब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री जनता को मीडिया के माध्य्म से कब तक कार्यवाही का वचन देते है। यह महाराष्ट्र की जनता अगले कुछ दिनों में देखना चाहते है।
बिल्डर, नेता, BMC, पोलीस,मौत के सौदागर !
Editor@VR.Chavan
मुम्बई में महीने मैं 2 बार घाटकोपर,भिंडीबाज़ार में रहमान बिल्डिंग हादसा का शिकार हुआ है। मरने वाले गरीब जनता की कोई सुनवाई नही। उनका जुर्म बस गरीब के घर जन्म लेना ही है। वरना कभी आप ने सुना अमीर आदमी की बिल्डिंग कभी गिरी और अमीर परिवार मरा। अमीर आदमी कभी नही मरता बिल्डिंग के गिर ने से क्योंकि वह हमेशा अधिकृत बिल्डिग मैं रहता है।
गरीब जनता के लिये घर का निर्माण करना सरकार का काम है। आवास योजना के तहत मकान बना कर देना। लेकिन यह काम मानो उनके बनाये हुवे कानून मैं आता ही नही । यह समाज सेवा का काम बिल्डर लॉबी को ही दिया गया है। गरीब को सस्ते मैं मकान देने काम बिल्डर लॉबी के हाथ दे दिया है।
कोर्ट में भी अनधिकृत बिल्डिंग में रहने वाले परिवार वालो की कोई सुनवाई नही। BMC कोर्ट का नोटिस दिखाकर घर से बेघर कर देते है।
बिल्डर भी फायदे में ,नेता भी फायदे में, और BMC के तो क्या कहना । कोर्ट अपने कायदे में ।
आज ठाणे मुंब्रा, दिवा में हजारों बिल्डिग को वह के कर्मनिष्ठ मनपा अधिकारी ने बिल्डर लॉबी से पहले साठगांठ कर के बिल्डिंग का निर्माण होने दिया और बाद में उसी बिल्डिंग को धोकादायक, अनधिकृत बिल्डिंग का केवल नोटिस देकर अपना फर्ज निभा रहे है। वहां के जनप्रतिनिधि नगरसेवक ,आमदार,खासदार अपनी आँखों पर बिल्डर लॉबी ने दिये हुवे काली कमाई की पट्टी बांध रखी है। फिर एक बार अनधिकृत बिल्डिंग गिरते ही रहेगी, और नेतागन,मीडिया काम कवरेज़ लेने का देने का काम चलता ही रहेगा। मरता कौन गरीब जनता। मज़े में कौन ? नेता,बिल्डर, BMC अधिकारी !
बिल्डिंग गिरने के बाद ही कार्यवाही क्यू ?
ठाणे के मनपा के कमिश्नर सजीव जैसवाल पर वक्त रहते कार्यवाही क्यू नहीं ? इसका जवाब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री जनता को मीडिया के माध्य्म से कब तक कार्यवाही का वचन देते है। यह महाराष्ट्र की जनता अगले कुछ दिनों में देखना चाहते है।
Comments