अमरनगर बस स्टॉप
सर जी अपने कैबिन से बाहर निकल कर देखो जनता की समस्या को हल करो !
हमनें दो पड़ी शिकायत की थी जनता के तरफ से 1) अमरनगर बस स्टॉप नंबर 391 पर अनधिकृत तरीके से 15 मीटर के अंदर रिक्शा वालो का कब्जा। जिसके वजह से जनता को बस स्टॉप पर खड़े रहने की जगह नही है।
2) अनधिकृत तरीके से रिक्शा वाले प्रति व्यक्ति 15 रुपये लेते है।
3) एक रिक्शा में 4 लोगों को बैठाते है।
4) छेड़ा पेट्रोल पंप के पास TVC शोरूम के बाहर अनधिकृत तरीके से अपनी नई 2 विल्हर बाइक का पार्किग करना जिसके वजह से आने जाने वाले स्कूली बच्चे को तकलीफ होना।
मुलुंड RTO अधिकारी केवल बिना लाइसेंस, सिग्गनल तोड़े वाले,नो पार्किग, पर ही काम करते है।उनसे फाइन वसूल करना। इसका सीधा मतलब है,की पैसो की कमाई करना।लेकिन जनता ने जब कभी अधिकारी को अपनी समस्या की शिकायत की तो उसे कैसे नजरअंदाज करना है,यह कला तो बस आप मुलुंड RTO के अधिकारियों से सीखने को मिलता है। सुबह से देर रात तक फाइन यानी की पैसो की कमाई में लगे रहते है।जनता के समस्या तो शायद मोदी जी अपनी मन की बाद के जरिये हल करेंगे।इस तरह की सोच रखने वाले RTO अधिकारी पर अपनी ड्यूटी पर लाहपरवाही करने वाले अधिकारी पर क्यू नही FIR होनी चाहिये ? यह सवाल उनके वरिष्ठ अधिकारी को तय करना है।
जनता अपना काम बस इतना की सब से पहले शिकायत करो।
सर जी अपने कैबिन से बाहर निकल कर देखो जनता की समस्या को हल करो !
हमनें दो पड़ी शिकायत की थी जनता के तरफ से 1) अमरनगर बस स्टॉप नंबर 391 पर अनधिकृत तरीके से 15 मीटर के अंदर रिक्शा वालो का कब्जा। जिसके वजह से जनता को बस स्टॉप पर खड़े रहने की जगह नही है।
2) अनधिकृत तरीके से रिक्शा वाले प्रति व्यक्ति 15 रुपये लेते है।
3) एक रिक्शा में 4 लोगों को बैठाते है।
4) छेड़ा पेट्रोल पंप के पास TVC शोरूम के बाहर अनधिकृत तरीके से अपनी नई 2 विल्हर बाइक का पार्किग करना जिसके वजह से आने जाने वाले स्कूली बच्चे को तकलीफ होना।
मुलुंड RTO अधिकारी केवल बिना लाइसेंस, सिग्गनल तोड़े वाले,नो पार्किग, पर ही काम करते है।उनसे फाइन वसूल करना। इसका सीधा मतलब है,की पैसो की कमाई करना।लेकिन जनता ने जब कभी अधिकारी को अपनी समस्या की शिकायत की तो उसे कैसे नजरअंदाज करना है,यह कला तो बस आप मुलुंड RTO के अधिकारियों से सीखने को मिलता है। सुबह से देर रात तक फाइन यानी की पैसो की कमाई में लगे रहते है।जनता के समस्या तो शायद मोदी जी अपनी मन की बाद के जरिये हल करेंगे।इस तरह की सोच रखने वाले RTO अधिकारी पर अपनी ड्यूटी पर लाहपरवाही करने वाले अधिकारी पर क्यू नही FIR होनी चाहिये ? यह सवाल उनके वरिष्ठ अधिकारी को तय करना है।
जनता अपना काम बस इतना की सब से पहले शिकायत करो।
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