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बदल गया मुंबई के ‘एलफिंस्टन स्टेशन’ का नाम, अब ‘प्रभादेवी’ नाम से होगी पहचान


मुंबई : मुंबई का एलफिंस्टन स्टेशन रोड अब ‘प्रभादेवी’ के नाम से पहचाना जाएगा। बुधवार को आधी रात को इसका नाम बदलकर प्रभादेवी रखा गया है।
इसकी जानकारी ट्वीट कर दी गई। एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन पिछले साल हुई भगदड़ की वजह से सुर्खियों में आया था। इसमें 23 लोगों की मौत हो गई थी। प्रभादेवी स्टेशन का कोड PBHD होगा। रेलवे का फेमस ऐप m-indicator में भी एलफिंस्टन की जगह प्रभादेवी नाम ही शो करता है। इस स्टेशन का नाम बदलने की सबसे पहले मांग साल 1991 में वर्तमान परिवहन मंत्री दिवाकर रावते ने किया था। 2016 में राज्य सरकार की तरफ से इस प्रस्ताव को पास कर दिया गया। राज्य सरकार के बाद इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार की तरफ से भी मंजूरी मिल गई। इसके बाद रेलवे ने सभी कार्रवाई पूरी करने के बाद इस फैसले को 18 जुलाई 2018 की मध्यरात्रि से लागू करने का आदेश जारी किया था।
पश्चिम रेलवे ने एक बयान में कहा कि यात्रियों की सहूलियत के लिए स्टेशन बोर्ड, संकेतकों और सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली में जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के परेल स्थित एलफिंस्टन रोड स्टेशन के ब्रिज पर अफवाह के चलते मची भगदड़ में 23 लोगों की मौत हो गई। बता दें कि स्टेशन का नाम बदला साल 2017 में ही बदला गया था। एक ब्रिटिश के गवर्नर के नाम पर एलफिंस्टन रोड स्टेशन का नाम रखा गया।
आधिकारिक तौर पर इस स्टेशन का नाम इसी साल जून में बदलकर प्रभादेवी स्टेशन कर दिया गया है। जॉन एलफिन्स्टोन, 13 वें लॉर्ड एलिफिस्टन, 1853 से 1860 तक बॉम्बे की अध्यक्षता का गवर्नर थे। सेन्ट्रल रेलवे द्वारा छत्रपति शिवाजी टर्मिनल का नाम बदल का छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल कर दिए जाने के कुछ दिनों के भीतर ही पश्चिम रेलवे ने एलफिंस्टन रोड स्टेशन का नाम बदल कर प्रभादेवी स्टेशन कर दिया।
एलफिंस्टन रोड स्टेशन के जिस ब्रिज पर हादसा हुआ है वो सेंट्रल और पश्चिम रेलवे को जोड़ता है। यह पुल बेहद संकरा है। हालात ये होती है कि कई बार लोग भीड़ में चलते नहीं, धक्कों से ही इस पार से उस पार पहुंच जाते हैं। बीते दिनों एलफिंस्टन रोड स्टेशन के इस पुल को नया बनाए जाने की बात हो रही थी। कई बार शिकायत भी की गई है लेकिन अब तक कुछ नहीं किया गया। बता दें कि एलफिंस्टन रोड़ स्टेशन (Elphinstone Road Station) का नाम बदलवाने में शिवसेना की मुख्य भूमिका रही। इस घटना के बाद बृहन्मुंबई महानगरपालिका मुंबई के मेयर मौके पर पहुंचे। स्थानीय स्तर पर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना इन मसलों पर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करते रहते हैं।

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