घाटी में अलगाववादियों की सुरक्षा छीनी, सरकार को वापस मिले 2700 से अधिक जवान, पुलिस विभाग को वापस मिले 389 वाहन !
अब तक अलग-अलग लोगों की सुरक्षा में तैनात थे ये जवाव और वाहन
राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को और प्रभावी बनाने में होगा इनका इस्तेमाल
राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद 919 अपात्रों की सुरक्षा वापस ली गई
सुरक्षा की समीक्षा के बाद केंद्रीय गृह मंत्रायल ने दिए आदेश
जम्मू-कश्मीर में बीते दिनों अलगाववादी नेताओं समेत तमाम लोगों से सुरक्षा वापस लेने के बाद अब राज्य पुलिस को 2700 से अधिक पुलिसकर्मी वापस मिल गए हैं। अब तक यह पुलिसकर्मी अलग-अलग लोगों की सुरक्षा ड्यूटी में तैनात थे, जो कि अब आम लोगों की सुरक्षा के लिए विभिन्न इलाकों में भेजे जाएंगे। इसके अलावा सुरक्षा वापसी के कारण पुलिस विभाग को 389 ऐसे वाहन भी वापस मिले हैं,जो कि अब तक अलग-अलग लोगों के काफिले में सुरक्षा के लिहाज से शामिल रहते थे। बुधवार को केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने इस संबंध में जानकारी देते हुए यह आंकड़े जारी किए हैं। गृह मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है, जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू होने के बाद कुल 919 अपात्र लोगों की सुरक्षा वापस ली गई है। इन लोगों में 22 प्रमुख अलगाववादी भी शामिल हैं, जिनसे बीते दिनों सुरक्षा वापस मांग ली गई थी। सुरक्षा वापसी के निर्णय के बाद केंद्र सरकार को 2768 पुलिसकर्मी और 389 वाहन वापस मिले हैं। अब इन सभी का इस्तेमाल राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को और प्रभावी बनाने की दिशा में किया जाएगा
राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को और प्रभावी बनाने में होगा इनका इस्तेमाल
राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद 919 अपात्रों की सुरक्षा वापस ली गई
सुरक्षा की समीक्षा के बाद केंद्रीय गृह मंत्रायल ने दिए आदेश
जम्मू-कश्मीर में बीते दिनों अलगाववादी नेताओं समेत तमाम लोगों से सुरक्षा वापस लेने के बाद अब राज्य पुलिस को 2700 से अधिक पुलिसकर्मी वापस मिल गए हैं। अब तक यह पुलिसकर्मी अलग-अलग लोगों की सुरक्षा ड्यूटी में तैनात थे, जो कि अब आम लोगों की सुरक्षा के लिए विभिन्न इलाकों में भेजे जाएंगे। इसके अलावा सुरक्षा वापसी के कारण पुलिस विभाग को 389 ऐसे वाहन भी वापस मिले हैं,जो कि अब तक अलग-अलग लोगों के काफिले में सुरक्षा के लिहाज से शामिल रहते थे। बुधवार को केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने इस संबंध में जानकारी देते हुए यह आंकड़े जारी किए हैं। गृह मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है, जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू होने के बाद कुल 919 अपात्र लोगों की सुरक्षा वापस ली गई है। इन लोगों में 22 प्रमुख अलगाववादी भी शामिल हैं, जिनसे बीते दिनों सुरक्षा वापस मांग ली गई थी। सुरक्षा वापसी के निर्णय के बाद केंद्र सरकार को 2768 पुलिसकर्मी और 389 वाहन वापस मिले हैं। अब इन सभी का इस्तेमाल राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को और प्रभावी बनाने की दिशा में किया जाएगा
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