तनाव मुक्ति का अनूठा प्रयोग
हां, हां, हां।" रात में दस मिनट के लिए इसी को अपनी प्रार्थना बना लें
"हां.. हां.. हां.. ।"
"हां" को एक मंत्र बना लें। हर रात सोने से पहले दोहराएं "हां, हां, हां।" और इसे लय में दोहराएं, इसके साथ झूमें। सिर से लेकर पैर तक पूरे अस्तित्व इसे उठने दें। अपने प्राणों में इसे उतर जानें दें।
दोहराएं : "हां, हां, हां।" रात में दस मिनट के लिए इसी को अपनी प्रार्थना बना लें और फिर सो जाएं। और सुबह उठते ही फिर कम से कम तीन मिनट के लिए अपने बिस्तर पर बैठ जाएं और पहला काम यह करें कि "हां" को दोहराएं और पूरे भाव से दोहराएं।
दिन में आप जब भी कभी नकारात्मक अनुभव करें, बीच रास्ते पर रूक जाएं, अगर जोर से "हां, हां।" कह सकें तो बहुत अच्छा, नहीं तो कम से कम अपने भीतर ही कहें "हां, हां।"
ओशो
हां, हां, हां।" रात में दस मिनट के लिए इसी को अपनी प्रार्थना बना लें
"हां.. हां.. हां.. ।"
"हां" को एक मंत्र बना लें। हर रात सोने से पहले दोहराएं "हां, हां, हां।" और इसे लय में दोहराएं, इसके साथ झूमें। सिर से लेकर पैर तक पूरे अस्तित्व इसे उठने दें। अपने प्राणों में इसे उतर जानें दें।
दोहराएं : "हां, हां, हां।" रात में दस मिनट के लिए इसी को अपनी प्रार्थना बना लें और फिर सो जाएं। और सुबह उठते ही फिर कम से कम तीन मिनट के लिए अपने बिस्तर पर बैठ जाएं और पहला काम यह करें कि "हां" को दोहराएं और पूरे भाव से दोहराएं।
दिन में आप जब भी कभी नकारात्मक अनुभव करें, बीच रास्ते पर रूक जाएं, अगर जोर से "हां, हां।" कह सकें तो बहुत अच्छा, नहीं तो कम से कम अपने भीतर ही कहें "हां, हां।"
ओशो
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