पुलिस अक्सर हत्या/दुर्घटना की रिपोर्ट करने वाले लोगों को फंसाती या हिरासत में लेती है, जिसके चलते लोग निडरता से हत्या के मामलों को रिपोर्ट करने से बचते हैं !! इलाहाबाद हाईकोर्ट !!
पुलिस अक्सर हत्या/दुर्घटना की रिपोर्ट करने वाले लोगों को फंसाती या हिरासत में लेती है,जिसके चलते लोग निडरता से हत्या के मामलों को रिपोर्ट करने से बचते हैं !! इलाहाबाद हाईकोर्ट !!
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चार आजीवन दोषियों की अपील को खारिज करते हुए इस तथ्य का न्यायिक नोटिस लिया कि पुलिस अक्सर उस व्यक्ति को फंसाती है, जो हत्या या दुर्घटना से जुड़े अपराध की रिपोर्ट करता है। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मुनीश्वर नाथ भंडारी और न्यायमूर्ति जे जे मुनीर की खंडपीठ ने आगे कहा कि पुलिस अक्सर हत्या/दुर्घटना की रिपोर्ट करने वाले लोगों को फंसाती या हिरासत में लेती है, जिसके चलते लोग निडरता से हत्या के मामलों को रिपोर्ट करने से बचते हैं।
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