भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) एनवी रमना ने कहा प्रेस की स्वतंत्रता संविधान में निहित एक मूल्यवान और पवित्र अधिकार है।
लोकतंत्र के कुशल संचालन के लिए एक निडर मीडिया आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि एक निडर और स्वतंत्र प्रेस के साथ ही एक स्वस्थ लोकतंत्र पनप सकता है।
CJI रमण ने कहा, "अक्सर यह कहा जाता है कि कानूनी पेशा एक महान पेशा है।
मैं कह सकता हूं कि पत्रकार का काम उतना ही नेक है और लोकतंत्र का एक अभिन्न स्तंभ है।" लेकिन चेतावनी दी कि "विचारों के साथ मिश्रित समाचार एक खतरनाक कॉकटेल है"। आप चाहे किसी भी विचारधारा को अपनाएं और जिन विश्वासों को आप प्रिय मानते हैं,आपको उनसे प्रभावित हुए बिना अपना कर्तव्य निभाना चाहिए।"
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