#BNS 2023 की धारा 69, विवाह का झूठा वादा करके यौन संबंध बनाने को अपराध बनाने पर केंद्रित है। इसके लिए 10 वर्ष तक की कैद और जुर्माना हो सकता।
#BNS 2023 की धारा 69, विवाह का झूठा वादा करके यौन संबंध बनाने को अपराध बनाने पर केंद्रित है। इसके लिए 10 वर्ष तक की कैद और जुर्माना हो सकता।
👉 #BNS क़ी धारा 69 :
👉 शादी का झूठा वादा: शादी का झूठा वादा करके यौन संबंध बनाने के बाद महिलाओं को छोड़ देने जैसे मामलों के लिए नया प्रावधान किया गया है। भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 69, विवाह का झूठा वादा करके यौन संबंध बनाने को अपराध बनाने पर केंद्रित है। इसके लिए 10 वर्ष तक की कैद और जुर्माना हो सकता है।
👉 सज़ा : 10 वर्ष तक की कैद और जुर्माना हो सकता है।
👉 #BNS क़ी धारा 70(2) :
👉 महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा: भारतीय न्याय संहिता में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के बारे में एक नया अध्याय जोड़ा गया है। धारा 70(2) में 18 वर्ष से कम उम्र की महिला के बलात्कार के अपराध में आजीवन कारावास और मृत्यु दंड का प्रावधान किया गया है। धारा 70(1) के तहत गैंगरेप के मामलों में 20 साल या जिन्दा रहने तक की सजा का प्रावधान किया गया है।
👉 सज़ा : 18 वर्ष से कम उम्र की महिला के बलात्कार के अपराध में आजीवन कारावास और मृत्यु दंड का प्रावधान किया गया है।
👉 गैंगरेप के मामलों में 20 साल या जिन्दा रहने तक की सजा का प्रावधान किया गया है।
👉 #BNS क़ी धारा 111 :
👉 संगठित अपराध: नए कानून में संगठित अपराध अब एक विशेष अपराध निर्धारित किया गया है। बीएनएस की धारा 111 में संगठित अपराध से निपटने के लिए प्रावधान किया गया है। यह संगठित अपराध की श्रेणी में अपहरण, डकैती, वाहन चोरी, जबरन वसूली, भूमि हड़पना और मानव तस्करी जैसे जुर्म शामिल हैं।
#BNS क़ी धारा 113(4) :
आतंकवाद-संबंधी कृत्य: नये प्रावधानों में आतंकवादी संगठन का हिस्सा बनना, आतंकवादियों को शरण देना, आतंकवाद के लिए प्रशिक्षण देना और आतंकवादी कृत्यों से हासिल धन का प्रबंधन करना शामिल है। आतंकवाद-संबंधी कृत्य बीएनएस की धारा 113(4) में परिभाषित किया गया है।
Comments