UNDER RTI ACT के पत्र को लेने से सीधा मना करना,. हमारे sanjay koli ने कहा कि जब मे विभाग नही रहुगां, तो लोगो का आवेदन-पत्र मत लेना.
कल्याण-मुरबाड रोड: शिधावाटप कार्यलय क्र. 38 F कि महिला अधिकारी दूवारा RTI ACT के पत्र को, यह कहकर नही लेना कि हमारे साहेब, अभी नही है. हमारे संजय आर. कोळी साहेब ने कहा कि जब मे विभाग नही रहुगां, तो लोगो का आवेदन-पत्र मत लेना.
अगर भारत कि जनता सच मे भारत मे CORRUPTION और CRIME खतम करने वालो का
साध देना चाहते हो तो,जरुर इस NEWS के LINK जादा से जादा POST FACE BOOK
WHATS AAP SHARE करे पर ताकी CORRUPTION और CRIME करने वालो को घर से
बाहर निकलना भारी पड जाये.
कल्याण-मुरबाड रोड: शिधावाटप कार्यलय क्र. 38 F
अगर भारत कि जनता सच मे भारत मे CORRUPTION और CRIME खतम करने वालो का
साध देना चाहते हो तो,जरुर इस NEWS के LINK जादा से जादा POST FACE BOOK
WHATS AAP SHARE करे पर ताकी CORRUPTION और CRIME करने वालो को घर से
बाहर निकलना भारी पड जाये.
कल्याण-मुरबाड रोड: शिधावाटप कार्यलय क्र. 38 F
राणी मेन्शन, 1 ला माला, कल्याण-मुरबाड रोड,
कल्याण (प)- 421301.
हमारी टीम MUMBAI CRIME PAGE NEWS के सदस्य ने आपके
विभाग से संबधित आंवक-जांवक विभाग के महिला अधिकारी को UNDER RTI ACT के पत्र को
लेने से सीधा मना करना, और यह कहकर नही लेना कि हमारे संजय आर. कोळी साहेब, अभी नही है. हमारे
साहेब ने कहा कि जब मे विभाग नही रहुगां, तो लोगो का आवेदन-पत्र मत लेना. जब हमारी
टीम के सदस्य ने शिकायत रजिस्टर मांगा तो, आपके विभाग कि महिला अधिकारी ने कहा कि
आप इतनी बडी बाते करने हमारी विभाग मे आये हो, तो एक बार यही बात मंत्रालय जाकर
बोलो. कूछ समय बाद उन्होने हमारा पत्र को हम से लिया.
हमारी टीम
के सदस्य ने आपके विभाग के बाहर रुकर नये राशन कार्ड आवेदन-धारक,और शिकायतकर्ता से
सीधा संपर्क किया तो पता चला कि आपके विभाग के अधिकारी, के नाम पर सीधा लोगो को
कहते कि हमारे साहेब ने आपके नये राशन कार्ड के आवेदन पत्र साईन नही किया है. इस
लिये आपका राशन कार्ड बनने मे ओर समय लगेगा. कभी बोलते हे, कि साहेब मिटीग मे गये
है. शिकायतकर्ता का कहना हे कि आपके विभाग के अधिकारी जानबूजकर आवेदनकर्ता को
परेशान करते कि, हमसे कूछ पैसे से निकाल सके. हमारी टीम को सर्वे से पता चला है,
कि बाहर दलाल नये राशन कार्ड बना के देने का 5,000/ से 7,000/ हजार रुपया जनता से
लेते है.लोग आपके विभाग के अधिकारी के परेशानी से बचने के लिये दलाल को 5,000/ से
7,000/ हजार रुपया देने के लिये,मजबूर हो जाते है.
हमारी टीम
के शिकायत-पत्र का विभागीय जांच-पडताल करे, और दोषी अधिकारी कि सर्विस-बुक पर
हमारी शिकायत दर्ज करे.
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