मंदिर प्रशासन पर कब्जा जमाने के लिए प्रसाद में मिलाया था जहर, 15 की मौत, महंत सहीत पांच गिरफ्तार
कर्नाटक। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से करीब 200 किलोमीटर दूरी पर चामराजनगर जिले में एक गांव है सुवावाडी. सुवावाडी गांव में मरम्मा मंदिर है. ये मंदिर सल्लूर मठ की देखरेख में है. 14 दिसंबर के दिन इस मंदिर में एक प्रोग्राम हुआ. इस प्रोग्राम में प्रसाद बंटा. इस प्रसाद को खाने के बाद 15 लोगों की मौत हो चुकी है. करीब 120 लोग इस प्रसाद को खाने के बाद बीमार हो गए थे. इस घटना में पुलिस ने पहले ही साजिश की आशंका जताई थी. अब पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार कर साजिश का पर्दाफाश किया है.
पुलिस के मुताबिक सल्लूर मठ के महंत इम्मादी महादेवस्वामी इस साजिश के मुख्य आरोपी हैं. उसके साथ एक महिला अंबिका, उसके पति मदेश और एक दूसरे आदमी डोडैया को गिरफ्तार किया है. पिछले साल तक इस मंदिर के प्रबंधन का पूरा काम महादेवस्वामी के पास ही था. इस मंदिर की कर्नाटक और तमिलनाडु में बहुत मान्यता है. ऐसे में यहां काफी चढ़ावा आता था. इस चढ़ावे पर पूरा नियंत्रण महादेवस्वामी का ही था. लेकिन पिछले साल स्थानीय लोगों ने मंदिर की देखरेख के लिए एक ट्रस्ट के गठन की मांग रखी. पहले महादेवस्वामी ने मना किया लेकिन लोगों के दबाव में ट्रस्ट बना दिया गया. हाल ही में इस ट्रस्ट और महादेवस्वामी के बीच एक विवाद हुआ. कारण था मंदिर में बनने वाला एक टावर जिसे गोपुरम कहा जाता है. महादेवस्वामी का कहना था कि ये गोपुरम तमिलनाडू के आर्किटेक्ट बनाएं. इसकी अनुमानित लागत करीब डेढ़ करोड़ थी. जबकि ट्रस्ट के लोग चाहते थे कि इस पर 50-60 लाख से ज्यादा पैसे खर्च न किए जाएं. इस पर ट्रस्ट और महादेवस्वामी में विवाद हो गया. आखिर ट्रस्ट वालों की बात चली और 14 दिसंबर के दिन इसकी आधारशिला रखने का प्रोग्राम रखा गया. इसी बीच महादेवस्वामी ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर साजिश रची कि प्रसाद में कीटनाशक मिला दिया जाएगा. इस प्रसाद को खाने पर जो भी होगा उसका आरोप मंदिर ट्रस्ट पर ही आएगा. ऐसे में महादेवस्वामी के लिए मंदिर को अपने हिसाब से चलाना आसान हो जाएगा.
आईजी शरदचंद्र ने पूरे मामले की जानकारी मीडिया को दी.
अंबिका ने अपने एक पहचानवाले कृषि विभाग के कर्मचारी से कीटनाशक लिया और प्रसाद में मिला दिया. इस प्रसाद को खाने से 15 लोगों की मौत हो गई. जांच के बाद पुलिस ने इन चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इन सब पर हत्या, हत्या की कोशिश और अपराधिक साजिश रचने की धाराओं पर केस दर्ज किया गया.
कर्नाटक। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से करीब 200 किलोमीटर दूरी पर चामराजनगर जिले में एक गांव है सुवावाडी. सुवावाडी गांव में मरम्मा मंदिर है. ये मंदिर सल्लूर मठ की देखरेख में है. 14 दिसंबर के दिन इस मंदिर में एक प्रोग्राम हुआ. इस प्रोग्राम में प्रसाद बंटा. इस प्रसाद को खाने के बाद 15 लोगों की मौत हो चुकी है. करीब 120 लोग इस प्रसाद को खाने के बाद बीमार हो गए थे. इस घटना में पुलिस ने पहले ही साजिश की आशंका जताई थी. अब पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार कर साजिश का पर्दाफाश किया है.
पुलिस के मुताबिक सल्लूर मठ के महंत इम्मादी महादेवस्वामी इस साजिश के मुख्य आरोपी हैं. उसके साथ एक महिला अंबिका, उसके पति मदेश और एक दूसरे आदमी डोडैया को गिरफ्तार किया है. पिछले साल तक इस मंदिर के प्रबंधन का पूरा काम महादेवस्वामी के पास ही था. इस मंदिर की कर्नाटक और तमिलनाडु में बहुत मान्यता है. ऐसे में यहां काफी चढ़ावा आता था. इस चढ़ावे पर पूरा नियंत्रण महादेवस्वामी का ही था. लेकिन पिछले साल स्थानीय लोगों ने मंदिर की देखरेख के लिए एक ट्रस्ट के गठन की मांग रखी. पहले महादेवस्वामी ने मना किया लेकिन लोगों के दबाव में ट्रस्ट बना दिया गया. हाल ही में इस ट्रस्ट और महादेवस्वामी के बीच एक विवाद हुआ. कारण था मंदिर में बनने वाला एक टावर जिसे गोपुरम कहा जाता है. महादेवस्वामी का कहना था कि ये गोपुरम तमिलनाडू के आर्किटेक्ट बनाएं. इसकी अनुमानित लागत करीब डेढ़ करोड़ थी. जबकि ट्रस्ट के लोग चाहते थे कि इस पर 50-60 लाख से ज्यादा पैसे खर्च न किए जाएं. इस पर ट्रस्ट और महादेवस्वामी में विवाद हो गया. आखिर ट्रस्ट वालों की बात चली और 14 दिसंबर के दिन इसकी आधारशिला रखने का प्रोग्राम रखा गया. इसी बीच महादेवस्वामी ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर साजिश रची कि प्रसाद में कीटनाशक मिला दिया जाएगा. इस प्रसाद को खाने पर जो भी होगा उसका आरोप मंदिर ट्रस्ट पर ही आएगा. ऐसे में महादेवस्वामी के लिए मंदिर को अपने हिसाब से चलाना आसान हो जाएगा.
आईजी शरदचंद्र ने पूरे मामले की जानकारी मीडिया को दी.
अंबिका ने अपने एक पहचानवाले कृषि विभाग के कर्मचारी से कीटनाशक लिया और प्रसाद में मिला दिया. इस प्रसाद को खाने से 15 लोगों की मौत हो गई. जांच के बाद पुलिस ने इन चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इन सब पर हत्या, हत्या की कोशिश और अपराधिक साजिश रचने की धाराओं पर केस दर्ज किया गया.
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