आगरा, 25 दिसम्बर । आगरा में हुए संजली हत्याकांड का मंगलवार दोपहर को खुलासा हुआ। संजली का हत्यारा कोई और नहीं उसके ताऊ का लड़का योगेश ही निकला। उसने संजली की मौत की खबर पाकर खुद को फंसता देख जहरीला पदार्थ खाकर सुसाइड कर लिया था। संजली की मौत के सात दिन बाद पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करके दो आरोपियों को हिरासत में लिया है।
थाना मलपुरा में 18 दिसम्बर को स्कूल से आ रही छात्रा संजली को जिंदा जला दिया गया था। उसने दिल्ली में सफदरजंग अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था। एसएसपी अमित पाठक ने मंगलवार को पुलिस लाइन में हत्याकांड का खुलासा करते हुए कहा कि इस पूरे मामले की साजिश संजली के ताऊ के लड़के योगेश ने रची। पुलिस ने योगेश व संजली के फोन से यह सबूत जुटाए। वह संजली से एकतरफा प्यार करता था। उसने पहले संजली को जॉब व मॉडलिंग का सपना दिखाया लेकिन जब संजली को उसके इरादे गलत दिखे तो उसने एक महीने से बात करना बंद कर दिया था। जिसकी वजह से योगेश उससे बदला लेना चाहता था। संजली को जलाने के लिए उसने एक दिन पहले ही पूरे इंतजाम कर लिए थे। उसने बाजार से लम्बा लाइटर खरीदा था, ताकि उसके हाथ ना जले। उसने इस वारदात को अंजाम देने के लिए अपनी बहन के देवर आकाश व ममेरे भाई विजय को भी योजना में शामिल किया। संजली आकाश को नहीं जानती थी इसलिए उसने आकाश को रैकी करने के लिए लगाया। इन्होंने बाइक भी बदली ताकि संजली को शक ना हो कि कोई उसका पीछा कर रहा है।
पुलिस को अपनी जांच में पहले ही दिन से योगेश पर शक था। जब संजली को इलाज के लिए दिल्ली भेजा गया तो वह भी वहां गया था। उसके बयान के दौरान भी वह संजली के पास जाने की कोशिश में था। संजली की मौत होते ही वह दिल्ली से वापस लौट आया और खुद जहरीला पदार्थ खा लिया। योगेश की मौत के बाद पुलिस के लिए यह केस संवेदनशील हो गया था।
पुलिस ने बताया कि हिरासत में लिए गए विजय व आकाश ने पूरे घटनाक्रम को बताया है। इधर, पिता के सामने की गयी पूछताछ के बाद पिता को यकीन नहीं हो रहा था लेकिन पुलिस ने परिजनों के सामने सारे साक्ष्य प्रस्तुत किये। पुलिस के इस खुलासे ने एक बार फिर रिश्तों को शर्मसार कर दिया।
थाना मलपुरा में 18 दिसम्बर को स्कूल से आ रही छात्रा संजली को जिंदा जला दिया गया था। उसने दिल्ली में सफदरजंग अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था। एसएसपी अमित पाठक ने मंगलवार को पुलिस लाइन में हत्याकांड का खुलासा करते हुए कहा कि इस पूरे मामले की साजिश संजली के ताऊ के लड़के योगेश ने रची। पुलिस ने योगेश व संजली के फोन से यह सबूत जुटाए। वह संजली से एकतरफा प्यार करता था। उसने पहले संजली को जॉब व मॉडलिंग का सपना दिखाया लेकिन जब संजली को उसके इरादे गलत दिखे तो उसने एक महीने से बात करना बंद कर दिया था। जिसकी वजह से योगेश उससे बदला लेना चाहता था। संजली को जलाने के लिए उसने एक दिन पहले ही पूरे इंतजाम कर लिए थे। उसने बाजार से लम्बा लाइटर खरीदा था, ताकि उसके हाथ ना जले। उसने इस वारदात को अंजाम देने के लिए अपनी बहन के देवर आकाश व ममेरे भाई विजय को भी योजना में शामिल किया। संजली आकाश को नहीं जानती थी इसलिए उसने आकाश को रैकी करने के लिए लगाया। इन्होंने बाइक भी बदली ताकि संजली को शक ना हो कि कोई उसका पीछा कर रहा है।
पुलिस को अपनी जांच में पहले ही दिन से योगेश पर शक था। जब संजली को इलाज के लिए दिल्ली भेजा गया तो वह भी वहां गया था। उसके बयान के दौरान भी वह संजली के पास जाने की कोशिश में था। संजली की मौत होते ही वह दिल्ली से वापस लौट आया और खुद जहरीला पदार्थ खा लिया। योगेश की मौत के बाद पुलिस के लिए यह केस संवेदनशील हो गया था।
पुलिस ने बताया कि हिरासत में लिए गए विजय व आकाश ने पूरे घटनाक्रम को बताया है। इधर, पिता के सामने की गयी पूछताछ के बाद पिता को यकीन नहीं हो रहा था लेकिन पुलिस ने परिजनों के सामने सारे साक्ष्य प्रस्तुत किये। पुलिस के इस खुलासे ने एक बार फिर रिश्तों को शर्मसार कर दिया।
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