मराठी अस्मिता की बात करने वाले शिवसैनिकों क्यों नहीं खडे़ रहे,उस जांबाज लड़की के साथ क्यों इतना अकेला छोड़ दिया उसे ?
क्यों इतना अकेला छोड़ दिया उसे ?
वह अकेली लड़ते रही धर्म के ठेकेदार के साथ !!
उस जांबाज लड़की ने मस्जिद वालों से सवाल किया आप का मस्जिद रजिस्टर्ड है ?
हिन्दू लड़की ने कहा क्या लाउडस्पीकर भी रजिस्टर्ड है क्या ?उसका आवाज भी रजिस्टर्ड है। वाह बहन आप कमाल हो जो बिना डरे मुल्लो की। बैंड बजा रही हो इसके लिए आपको एक सैल्यूट तो बनता है।
ये हैं,मुम्बई के मानखुर्द की करिश्मा भोसले। इनके घर की खिड़की के ठीक सामने मस्जिद का लाउडस्पीकर लगा है।
ये मस्जिद में ये कहने गई कि आवाज थोड़ी धीमी कर लो।
इतने पर ही वहां पचासों मोमिन निकल पड़े और इनको घेर लिया !!
पुलिस भी जिहादियों की भीड़ के आगे कमजोर पड़ गई।
यह बहादुर बेटी मराठी है। तो मराठी अस्मिता की बात करने वाले शिवसैनिकों क्यों नहीं खडे़ हैं ?
आप इस बहादुर लड़की के साथ है क्या? या फिर सिर्फ बड़ी बड़ी बात ही करते रहेंगे।
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