रिश्तेदारों और दोस्तों द्वारा दिए गए स्वैच्छिक उपहार और जो शादी के लिए विचार के रूप में नहीं बल्कि प्यार और स्नेह से दिए जाते हैं, 'की परिभाषा के अंतर्गत नहीं आते हैं !! SC !!
माता-पिता, दोस्तों द्वारा दुल्हन, दूल्हे को प्यार और स्नेह से दिए गए स्वैच्छिक उपहार दहेज नहीं: कलकत्ता उच्च न्यायालय !!
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने फैसला सुनाया है कि दूल्हे या दुल्हन को शादी से पहले या बाद में रिश्तेदारों और दोस्तों द्वारा दिए गए स्वैच्छिक उपहार और जो शादी के लिए विचार के रूप में नहीं बल्कि प्यार और स्नेह से दिए जाते हैं, 'की परिभाषा के अंतर्गत नहीं आते हैं।
दहेज' दहेज निषेध अधिनियम (नेताई घोष बनाम पश्चिम बंगाल राज्य) के तहत।
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