जयपुर. प्रदेश में फर्जी दस्तावेज से तत्काल पासपोर्ट बनाने का खुलासा हुआ है। सीकर, अलवर, जयपुर, भरतपुर और झुंझुनूं में ऐसे आवेदकों का पुलिस वेरिफिकेशन संबंधित थानाधिकारियों ने किया था। इनमें महिलाएं भी शामिल हैं। पिछले चार माह में ऐसे 6 आवेदनों पर पासपोर्ट अधिकारियों ने आपत्ति कर पुलिस से दस्तावेज की फिर से जांच कराई, जिसमें असलियत सामने आई।
आईडी व जन्म तारीख फर्जी
अलवर जिले कलसाडा थाना मालाखेड़ा की श्वेता सिंह ने तत्काल पासपोर्ट के लिए फर्जी दस्तावेज के साथ आवेदन किया और तत्कालीन थानाधिकारी अशोक खत्री ने पुलिस वेरिफिकेशन भी जारी कर दिया। पासपोर्ट अधिकारियों को शक हुआ तो अलवर के पुलिस अधीक्षक को जांच के लिए पत्र लिखा। अधीक्षक की रिपोर्ट में स्कूल की अंकतालिका, अस्पताल में जन्म की तारीख और वोटर आईडी फर्जी पाया गया। दस्तावेज में श्वेता ने जन्म स्थल अलवर के कमला नर्सिंग होम में 12 मई 1990 का होना बताया है, जबकि जांच रिपोर्ट में यह नर्सिंग होम 1990 में था ही नहीं। इसी प्रकार जिस स्कूल की अंकतालिका लगाई है, उस स्कूल में श्वेता ने पढ़ाई नहीं की और स्कूल संचालक ने भी अंकतालिका जारी नहीं की।
जयपुर. प्रदेश में फर्जी दस्तावेज से तत्काल पासपोर्ट बनाने का खुलासा हुआ है। सीकर, अलवर, जयपुर, भरतपुर और झुंझुनूं में ऐसे आवेदकों का पुलिस वेरिफिकेशन संबंधित थानाधिकारियों ने किया था। इनमें महिलाएं भी शामिल हैं। पिछले चार माह में ऐसे 6 आवेदनों पर पासपोर्ट अधिकारियों ने आपत्ति कर पुलिस से दस्तावेज की फिर से जांच कराई, जिसमें असलियत सामने आई।
आईडी व जन्म तारीख फर्जी
अलवर जिले कलसाडा थाना मालाखेड़ा की श्वेता सिंह ने तत्काल पासपोर्ट के लिए फर्जी दस्तावेज के साथ आवेदन किया और तत्कालीन थानाधिकारी अशोक खत्री ने पुलिस वेरिफिकेशन भी जारी कर दिया। पासपोर्ट अधिकारियों को शक हुआ तो अलवर के पुलिस अधीक्षक को जांच के लिए पत्र लिखा। अधीक्षक की रिपोर्ट में स्कूल की अंकतालिका, अस्पताल में जन्म की तारीख और वोटर आईडी फर्जी पाया गया। दस्तावेज में श्वेता ने जन्म स्थल अलवर के कमला नर्सिंग होम में 12 मई 1990 का होना बताया है, जबकि जांच रिपोर्ट में यह नर्सिंग होम 1990 में था ही नहीं। इसी प्रकार जिस स्कूल की अंकतालिका लगाई है, उस स्कूल में श्वेता ने पढ़ाई नहीं की और स्कूल संचालक ने भी अंकतालिका जारी नहीं की।
जन्मस्थान ही गलत
सीकर जिले में उदनसरी की सुनीता ने 20 फरवरी को पासपोर्ट केंद्र सीकर में पासपोर्ट के लिए आवेदन किया। उसे 27 फरवरी को कागजात जमा करने की तारीख मिली। शपथपत्र में सुनीता ने उदनसरी (बलारां) में जन्मस्थान बताया। पासपोर्ट के लिए भी इसी पते के दस्तावेज लगाए। सरपंच ने भी राजस्थान मूल निवास प्रमाण-पत्र जारी कर दिया। पासपोर्ट अधिकारियों ने मामले की जांच की तो महिला ने असम की रहने वाली और जन्म भी असम में होना बताया। सुनीता का पुलिस वेरिफिकेशन सीकर के पुलिस थाना सदर, फतेहपुर के थानाधिकारी ने किया ता। मामले का खुलासा होने पर थानाधिकारी ने पुलिस वेरिफिकेशन रद्द कर दी। वहीं सुनीता ने भी पासपोर्ट की फाइल वापस ले ली।
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