नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी सरकार का पहला रेल बजट 12 बजे रेल मंत्री सदानंद गौड़ा पेश करेंगे। देश के लोगों को अच्छे दिन दिखाने का वादा कर चुके पीएम नरेंद्र मोदी की सबसे पहली चुनौती आज रेल बजट के रूप में होगी। देश में हाई स्पीड कॉरीडोर, बुलेट ट्रेन और कई शहरों में मेट्रो ट्रेन दौड़ाने का ख्वाब दिखाने वाली मोदी सरकार के पहले रेल बजट में कुछ ऐसी योजनाओं का प्रस्ताव किए जाने की संभावना है जिनसे रेलवे की तस्वीर, रफ्तार और क्षमता में व्यापक परिवर्तन नजर आएगा।भाजपा संसदीय दल की बैठक में भाग लेने के बाद रेल मंत्री सदानंद गौड़ा रेल भवन गए। यहां से वह संसद भवन पहुंच गए हैं अब वह दोपहर 12 बजे रेल बजट लोकसभा में पेश करेंगे। इसे राज्यसभा में दोपहर 2 बजे पेश किया जाएगा। देखना यह होगा कि मोदी एक्सप्रेस चला रहे रेल मंत्री सदानंद गौड़ा देश की जनता का सफर कितना सुहाना बना पाते हैं।
रेल बजट से पहले रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने कहा कि रेलवे को राजनीति के लिए इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल से बदहाली झेल रही थी रेलवे। बजट में यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा पर विशेष ध्यान होगा। लोग बजट की प्रशंसा और आलोचना दोनों करेंगे।
माना जा रहा है कि यह एक विकासपरक बजट होगा और इसमें धन जुटाने की वैकल्पिक रणनीतियों का खुलासा होगा। यात्री किराये से होने वाली आय की सुस्त वृद्धि के बीच उम्मीद है कि रेल मंत्री सदानंद गौड़ा आय बढ़ाने के लिए कदम उठाने का प्रस्ताव रखेंगे।
माना जा रहा है कि बजट में बुलेट ट्रेनों और रेलवे के कुछ क्षेत्रों में एफडीआइ का बड़ा एलान हो सकता है। पिछली बार अंतरिम रेल बजट पेश करते हुए तत्कालीन रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने 1.65 लाख करोड़ रुपये की आय का लक्ष्य रखा था। इसमें 1.06 लाख करोड़ माल ढुलाई से और 45,255 करोड़ रुपये यात्री किराए और शेष अन्य मदों से कमाने का लक्ष्य था।भाजपा संसदीय दल की बैठक में भाग लेने के बाद रेल मंत्री सदानंद गौड़ा रेल भवन गए। यहां से वह संसद भवन पहुंच गए हैं अब वह दोपहर 12 बजे रेल बजट लोकसभा में पेश करेंगे। इसे राज्यसभा में दोपहर 2 बजे पेश किया जाएगा। देखना यह होगा कि मोदी एक्सप्रेस चला रहे रेल मंत्री सदानंद गौड़ा देश की जनता का सफर कितना सुहाना बना पाते हैं।
रेल बजट से पहले रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने कहा कि रेलवे को राजनीति के लिए इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल से बदहाली झेल रही थी रेलवे। बजट में यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा पर विशेष ध्यान होगा। लोग बजट की प्रशंसा और आलोचना दोनों करेंगे।
माना जा रहा है कि यह एक विकासपरक बजट होगा और इसमें धन जुटाने की वैकल्पिक रणनीतियों का खुलासा होगा। यात्री किराये से होने वाली आय की सुस्त वृद्धि के बीच उम्मीद है कि रेल मंत्री सदानंद गौड़ा आय बढ़ाने के लिए कदम उठाने का प्रस्ताव रखेंगे।
माना जा रहा है कि बजट में बुलेट ट्रेनों और रेलवे के कुछ क्षेत्रों में एफडीआइ का बड़ा एलान हो सकता है। पिछली बार अंतरिम रेल बजट पेश करते हुए तत्कालीन रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने 1.65 लाख करोड़ रुपये की आय का लक्ष्य रखा था। इसमें 1.06 लाख करोड़ माल ढुलाई से और 45,255 करोड़ रुपये यात्री किराए और शेष अन्य मदों से कमाने का लक्ष्य था।
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