प्रायवेट स्कुल और कॉलेज हमारे
विभाग के अंतर्गत नही आते ! Mr.M.G. Ardad KDMC commissiner.
KDMC commissiner. ने एक चौकाने वाला बयान दिया,कि हमारे विभाग के अंतर्गत आने
वाले सभी प्रायवेट स्कुल और कॉलेज हमारे विभाग मे नही आते. इसलिये हम इन प्रायवेट
स्कुल और कॉलेज दूवारा डोनेसन मांगने वालो पर कोई कारवाही नही कर सकते है.
आपको बता दे कि आखिर यह मामला हे क्या, आज से दो साल पहले आजाद नगर कल्याण मे रहने वाले योगेश सानप जो एक प्रायवेट कंपनी मे सुरक्षा गार्ड कि नोकरी करता है,और अपने पत्नी दो बच्चो के साथ भाडे के रूम रहता है. Old Lourdes English High School Kalyan मे दो साल से अपने बच्चे अंजिक्य के लिये sr. KG. std के लिये Admissition लेने के लिये लगातार school चालु ,होने से 3 महिने से school मे जाकर school Management से निवेदन करता था कि मेरे बच्चे का Admissition कब करोगे ? लेकीन Management का स्टाप हर बार एक ही बात बोलते थे कि फादर से बात करो. लेकिन फादर आज तक किसी भी parents से नही मिलते है, अगर मिलते भी है तो बोलते है school में जगह full हो गई है. दो साल गुजर जाने के बाद भी अंजिक्य का Admissition नही हुआ है. कल्याण की जनता का कहना है की फादर नगरसेवक, आमदार, खासदार की सिफारिश पर जल्द से जल्द बच्चो की Admission कर देता है, लेकिन हकीकत यह है कि जहां 15000 donation लिया जाता है वहा भाव बढाकर 40 से 50 हजार रुपये donation लिया जाता है. जिसकी कोई भी Receipt नहीं देते. इस तरह से करोडो की हेरा-फेरी school management हर साल करता है. जब हमारी team ने इसकी शिकायत KDMC commissiner Mr.M.G. Ardad से की तो उनका जवाब सुनकर वहा बैठे तमाम अधिकारी और पत्रकारगण स्तभ हो गये. आयुक्त ने कहा, हमारे विभाग के आने वाले सभी प्रायवेट स्कुल और कॉलेज हमारे विभाग के अंतर्गत नही आते. इसलिये हम इन प्रायवेट स्कुल और कॉलेज दूवारा डोनेसन मांगने वालो पर कोई कारवाही नही कर सकते है. RTE ACT का उलघन्न सालो से कर रहे हे KDMC विभाग.
आपको बता दे कि आखिर यह मामला हे क्या, आज से दो साल पहले आजाद नगर कल्याण मे रहने वाले योगेश सानप जो एक प्रायवेट कंपनी मे सुरक्षा गार्ड कि नोकरी करता है,और अपने पत्नी दो बच्चो के साथ भाडे के रूम रहता है. Old Lourdes English High School Kalyan मे दो साल से अपने बच्चे अंजिक्य के लिये sr. KG. std के लिये Admissition लेने के लिये लगातार school चालु ,होने से 3 महिने से school मे जाकर school Management से निवेदन करता था कि मेरे बच्चे का Admissition कब करोगे ? लेकीन Management का स्टाप हर बार एक ही बात बोलते थे कि फादर से बात करो. लेकिन फादर आज तक किसी भी parents से नही मिलते है, अगर मिलते भी है तो बोलते है school में जगह full हो गई है. दो साल गुजर जाने के बाद भी अंजिक्य का Admissition नही हुआ है. कल्याण की जनता का कहना है की फादर नगरसेवक, आमदार, खासदार की सिफारिश पर जल्द से जल्द बच्चो की Admission कर देता है, लेकिन हकीकत यह है कि जहां 15000 donation लिया जाता है वहा भाव बढाकर 40 से 50 हजार रुपये donation लिया जाता है. जिसकी कोई भी Receipt नहीं देते. इस तरह से करोडो की हेरा-फेरी school management हर साल करता है. जब हमारी team ने इसकी शिकायत KDMC commissiner Mr.M.G. Ardad से की तो उनका जवाब सुनकर वहा बैठे तमाम अधिकारी और पत्रकारगण स्तभ हो गये. आयुक्त ने कहा, हमारे विभाग के आने वाले सभी प्रायवेट स्कुल और कॉलेज हमारे विभाग के अंतर्गत नही आते. इसलिये हम इन प्रायवेट स्कुल और कॉलेज दूवारा डोनेसन मांगने वालो पर कोई कारवाही नही कर सकते है. RTE ACT का उलघन्न सालो से कर रहे हे KDMC विभाग.
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