*बेखौफ भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों पर इंसाफ का हथौड़ा*!
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की उपनगरी मुलुंड के पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों राजाराम व्हानमाने व के.एम. कसार को 'अदालत की अवमानना' का दोषी पाया गया है जिसके लिये Show Cause Notice मैट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट 27th कोर्ट मुलुंड, मुंबई ने जारी किया है|
इन भ्रष्ट अधिकारियों ने झूठे दस्तावेज बनाकर अदालती कार्यप्रणाली को गुमराह करने की कोशिश करते हुये आरोपियों को लाभ पहुँचाने का कार्य किया था| इन अधिकारियों ने गवाहों को डरा-धमकाकर मराठी भाषा में आरोपियों के हक में झूठे बयान दर्ज करवाये थे| यहाँ तक कि, एक गवाह 'अशोक लक्ष्मणदास मूलचंदानी' के पिताजी के वसियतनामे पर लगी उनके पिताजी की असली फोटो की जगह बदलकर रणधीर सिंह भाला की फोटो लगा दी है और उसका फोटोकॉपी अदालत में लगाया है| ऐसे कई खतरनाक व गैर-कानूनी काम इन भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा किये गये जो सबूतों के साथ अदालत में लगाये जाने के बाद इन भ्रष्ट अधिकारियों को अदालती अवमानना का दोषी पाया गया|
इन दोनों पुलिस अधिकारियों ने अदालत में कुछ दस्तावेज़ दाखिल किये थे लेकिन उन की कॉपी शिकायतकर्ता को नहीं दी थी उसके बाद शिकायतकर्ता के वकील ने अदालत में अर्जी दी जिस पर अदालत के आदेश देने पर भी इन दोनों अधिकारियों ने दस्तावेज़ न देते हुये अदालत के आदेश की अवमानना की और I.P.C 166 के तहत अपराध किया|
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