ना बीबी ना बच्चो की फ़िक्र ,मुंबई पोलिस है, ना हमारे साथ !
गणपति विसर्जन रात भर चलता रहा। लेकिन आपके साथ एक और अज़नबी इंसान भी साथ साथ चलकर आपकी परिवार की सुरक्षा करता रहा। कहने को तो हम सब उस
इंसान को अपने से अलग मानकर चलते है। हम मैं से कितने ही मुम्बईकर लगता है,की यह उसकी ड्यूटी है। जब वह अजनबी इंसान आपके परिवार को गणपति विसर्जन के समय देखता होगा तो क्या उसे भी याद नही आता होगा अपना भी परिवार।
मैं और मेरी टीम ,परिवार के सभी सदस्य के तरह से मुम्बई पोलिस के सभी कर्मनिष्ठ शिपाई को कोटि कोटि सलाम ।
गणपति बप्पा मोरिया !
गणपति विसर्जन रात भर चलता रहा। लेकिन आपके साथ एक और अज़नबी इंसान भी साथ साथ चलकर आपकी परिवार की सुरक्षा करता रहा। कहने को तो हम सब उस
इंसान को अपने से अलग मानकर चलते है। हम मैं से कितने ही मुम्बईकर लगता है,की यह उसकी ड्यूटी है। जब वह अजनबी इंसान आपके परिवार को गणपति विसर्जन के समय देखता होगा तो क्या उसे भी याद नही आता होगा अपना भी परिवार।
मैं और मेरी टीम ,परिवार के सभी सदस्य के तरह से मुम्बई पोलिस के सभी कर्मनिष्ठ शिपाई को कोटि कोटि सलाम ।
गणपति बप्पा मोरिया !
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