लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित वीआईपी गेस्ट हाउस के सामने रोड पर कर्नाटक कैडर के आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की लाश संदिग्ध अवस्था में मिली थी, जिसके बाद मामले में यूपी पुलिस की लापरवाही के बाद जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा गया था, सीबीआई दिल्ली की टीम ने घटना स्थल का फिर से निरीक्षण किया है.स्पेशल क्राइम जॉइंट डायरेक्टर मीना सिंह, डीआईजी डीएस शुक्ला, एसपी एमएस सिंघल घटनास्थल का निरीक्षण किया. उनके साथ विवेचक एसएचओ विजय सिंह थे. पूर्व में जांच अधिकारी रहे पुलिस कर्मियों से जांच रिपोर्ट का ब्यौरा लिया है. फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट का अध्ययन किया गया जबकि इसके अलावा गेस्ट हाउस के बाहर शव को सबसे पहले देखने वाली महिला से पूछताछ की. ट्रक ड्राइवर से पूछताछ की गई, हालांकि अब तक अनुराग के किसी बड़े घोटाले की जांच से जुड़े होने की तस्दीक नहीं हो सकी है, ऐसे में सीबीआई इस बिंदु पर भी पड़ताल करेगी कि आखिर अनुराग की हत्या के पीछे किसी घोटाले से जुड़ी जांच की बात किन परिस्थितियों में कही गई थी, घरवालों को किन कारणों से ऐसा अंदेशा हुआ था.
गौरतलब है कि अनुराग तिवारी का शव 17 मई की सुबह मीराबाई मार्ग स्थित राज्य अतिथि गृह के पास बीच सड़क औंधे मुंह पड़ा मिला था. मामले में घरवालों ने हजरतगंज कोतवाली में हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. एसएसपी दीपक कुमार ने आईएएस की मौत की जांच के लिए एसआइटी गठित की थी.
Comments