कलयुग का सौतेला अत्याचारी बाप का 9 साल की गोद ली हुई लड़की के साथ मारपीट,मानसिक ,शारीरक छल ! बाप कैलास पाटील और माँ अर्चना के दुवारा !
आरोपी कैलास पाटिल अभी तक कल्याण बाज़ार पेठ पोलिस के अधिकारी के मेहरबानी से आज़ाद !
अभी तक FIR भी दर्ज नही ! लड़की का 11 दिन गुज़र जाने के बाद भी अभी तक मेडिकल भी नही हुवा !
नेपाल की अनुजा का अब तक की दुःख भरी दास्ताँन !
कहानी का भाग 1
नेपाल की अनुजा का अब तक की दुःख भरी दास्ताँन !
कहानी का भाग 1
कलयुग का अत्याचारी बाप जो अपने गोद ली हुई 9 साल की लड़की को सालों से मारपीट,कैलास पाटिल और उसकी पत्नी करती रही !
कहते ना कि गरीब को कोई सुने वाला और सहारा देने वाला नहीं होता है।जब सहारा देने वाला जब कलयुग का अत्याचारी पिता बन जाता है,तो उसके अत्याचार से भला कौन बचा सकता।भगवान का तो पता नही,लेकिन कल्याण बाजारपेठ पोलिस अधिकारी जो अपनी ड्यूटी अपनी मर्ज़ी से करते है,तो उसको तो अगर भगवान भी धरती पर आकर भी उन्हें समजाने की कोशिश भी करें तो यह पुलिस अधिकारी की ड्यूटी और जिम्मेवारी क्या होती है,तो भगवान पर भी केस यह अधिकारी कर देंगे। इस केस में जितना कैलास पाटील गुन्हेगार है,उतना ही कल्याण बाज़ार पेठ की महिला जांच अधिकारी झेंडे मैडम भी जिम्मेवार है। 8 दिन के बाद सोमी के साथ मारपीट करने वाले सौतेले माँ, बाप के ख़िलाफ़ केवल अनुजा का ही बयान लिया गया है।और अभी तक ना ही सोमी का सरकारी मेडिकल पुलिस अधिकारी ने कराई है। इस केस में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी Sr. Pi, Acp, Dcp,की भी लाहपरवाही है।वह हम आपको अगले कहानी में बतायेगे।
लेकिन हम अपने जनता को यह बात जरूर बताना चाहते है,की अनुजा की हक्क की लढाई में हमारी मीडिया का तो साथ रहेगा ही,लेकिन अब तक जो अनुजा को कामत के केस में कामत को बर्खास्त किया गया था । इस केस में जो इंसाफ अनुजा को मिला उसमे Additional Commissioner प्रताप दीघावकरजी का बड़ा ही हाथ है।हमारी मीडिया ऐसे कर्मनिष्ठ वरिष्ठ अधिकारी को सलाम करती है।
लेकिन हम अपने जनता को यह बात जरूर बताना चाहते है,की अनुजा की हक्क की लढाई में हमारी मीडिया का तो साथ रहेगा ही,लेकिन अब तक जो अनुजा को कामत के केस में कामत को बर्खास्त किया गया था । इस केस में जो इंसाफ अनुजा को मिला उसमे Additional Commissioner प्रताप दीघावकरजी का बड़ा ही हाथ है।हमारी मीडिया ऐसे कर्मनिष्ठ वरिष्ठ अधिकारी को सलाम करती है।
हमारी मीडिया को तारीख 10/03/2018 को जब अनुजा कामत का फ़ोन आया तब हमें सारी घटना बताई गई, वह इस तरह है। 9 साल की सोमी का फ़ोन (बदला हुआ नाम ) जब अनुजा को आया। जो बात सोमी ने फ़ोन पर सारी बात बताई,तो शौक लगा उन्हें, सोमी ने फ़ोन पर अपने पिता कैलास पाटील और सौतेली माँ के दुवारा सालों से उसके साथ मारपीट करने की बात बताई।
कैलास पाटील और उसकी पत्नी उसे यह बोलकर मारपीट करते है,की तू पन्नोति लड़की है। तू जब से हमारे घर मे आयी तब से मेरे ऊपर कोई ना कोई मुसीबत ही आ रहीं है। तेरी मौसी ने हमें देकर चली गईं, तो भी भाग जा यहाँ से!
आप जनता को बताना चाहते कि कैलास पाटील के जीवन मे यह लड़की कैसे परेशानी लेकर आयी थी।इसके लिये आप को हम थोड़ा पीछे ले जाते है।अनुजा कामत की शादी अभय कामत से हुई थी।अभय कामत सालों से एक ही जगह पर पुलिस विभाग कल्याण में ही अपनी ड्यूटी करता है।उस दरम्यान अनुजा और अभय के बीच तलाक देने की नोबत आ गई थी।अनुजा को जब उसे घर से मारपीट कर के कामत ने घर से निकाल दिया, अनुजा कुछ दिन तक तो रेल्वे प्लेटफार्म पर ही दिन गुजारे पड़ रहे थे।एक दिन अचानक कैलास पाटील से अनुजा की मुलाकात हो गई।जब कैलास पाटील को पता चला कि किस तरह अभय कामत ने अनुजा के साथ मारपीट कर के उसके दो बच्चों से दूर कर दिया।
कैलास,अक़्सर अभय के साथ नेटवर्क मार्किटिंग करता था,क्योंकि अभय और कैलास स्वदेशी का मार्किटिंग के एजंट भी थे।जब कैलास की पत्नी अर्चना के रजा से अनुजा को घर मे कुछ समय तक रहने का सहारा दिया गया था।जब कामत को इसका पता चला तो वह कैलास पाटील को अपने पुलिस पद के आड़ में अपनी गुडागर्दी करने लगा।और कैलास को जान से मारने की धमकी देने लगा।उस समय सारे गांव वाले एकजुट होने से कामत वहां से फरार हो गया।
लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था,शायद उस दिन अनुजा को फोन नेपाल से आया कि उसकी बहन की डिलीवरी के समय मौत हो गई है।और उसने सोमी नाम की लड़की को भी जन्म दिया था।कैलास पाटील कहा कि मुझे यह बच्चा गोद लेना है।तभी अनुजा ने कामत को बिना सब बताये नेपाल में चली गई।
शेष भाग अगला भाग मे…….
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