दो डीएनए निगेटिव आने के बावजूद दो वर्षों से शिक्षक जेल में बंद शिक्षक ने अन्न जल त्याग कर न्याय के लिए जेल में सुरु किया अनशन !
अगर मिस्टर शुक्ला जी निर्दोष है,और यह बात सच्च है,तो हम सब जनता मिसेस शुक्ला जी के साथ है।मिसेस शुक्ला जी सब पहले आप व्हाट्सएप पर DNA की ऑरिजनल कॉपी की एक फ़ोटो भी जारी करे।व्हाट्सएप पर सभी को आप निवेदन दीजिये की एक मीटिंग जो शुक्ला जी के लिये हम सब जनता ठाणे मा.कलेक्टर के कार्यलय में जाकर शुक्ला जी का DNA रिपोर्ट देकर उनकी राय क्या होती है।उसका हम सब जनता अवलोकन करेंगे।ताकि आगे की रणनीति हम जनता तय करेंगी।हम सब जनता इस मिशन में शामिल होकर मिस्टर शुक्ला जी को इंसाफ दिलाने में थोड़ी बहुत मदत कर सकेंगे।
संपादक
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दो डीएनए निगेटिव आने के बावजूद दो वर्षों से शिक्षक जेल में बंद !
शिक्षक ने अन्न जल त्याग कर न्याय के लिए जेल में सुरु किया अनशन !
नवी मुंबई । नेरुल स्थित एमजीएम स्कूल में छात्रा के साथ बलात्कार के आरोप में पिछले दो वर्षों से थाने जेल में बंद शिक्षक ने अन्ना जल त्याग कर आमरण अनशन सुरु किया है ।पीड़ित लड़की द्वारा आरोप किया गया था की उसके पेट मे पल रहा बच्चा शिक्षक का ही है ।इसके बाद शिक्षक का डीएनए कलीना और हैदराबाद से जांच कराए गए ।दोनों रिपोर्ट ने शिक्षक का डीएनए निगेटिव आया है ।इसके बावजूद शिक्षक दो वर्षों से जेल में बंद है इसके लिए शिक्षक ने अब चार दिनों से अनशन सुरु किया गया है।
बतादे की नेरुल स्थित एमजीएम स्कूल में एक छात्रा के साथ बलात्कार करने के आरोप में कोपरखेरने में रहने वाले हरिशंकर शुक्ला उर्फ राज को दिसंबर 2016 में गिरफ्तार किया गया था ।हरिशंकर शुक्ला ने सितंबर 2016 में ही उसके खिलाफ बलात्कार का मामला नेरुल पुलिस स्टेशन में दर्ज होने के बाद से ही पुलिस उपायुक्त और नेरुल पुलिस को पत्र लिखकर डीएनए और नार्को टेस्ट करने की मांग किया था ।लेकिन इस पर ध्यान ना देकर दिसंबर में गिरफ्तार किये जाने की जानकारी हरिशंकर शुक्ला की पत्नी ने दिया ।गिरफ्तार किए जाने के बाद पुलिस द्वारा डीएनए टेस्ट कराए जाने के बाद कलीना से निगेटिव रिपोर्ट आया ।इसके बावजूद कोर्ट द्वारा जमानत नही दिया गया उल्टा उनका टेस्ट वापस हैदराबाद में कराए जाने की मांग सरकारी वकील द्वारा किया गया ।इसके के बाद पुनः डीएनए हैदराबाद जांच के लिए भेजा गया ।इसके बाद हैदराबाद से भी रिपोर्ट निगेटिव आया ।इस रिपोर्ट में साफ साफ लिखा था की डीएनए शिक्षक से मैच नही हुआ है जब की लड़की से मैच हुआ है । इसके बावजूद कोर्ट द्वारा शिक्षक के प्रति कोई न्याय नही दिया जा रहा ।इससे परेशान शिक्षक ने अब थाने सेंट्रल जेल में अन्न जल त्याग कर चार दिनों से अनशन सुरु किया है। इस अनशन की सूचना शिक्षक ने कोर्ट को भी दिया है ।इस बारे में थाने सेंट्रल जेल के निरक्षक के लैंडलाइन पर संपर्क किया गया ।लेकिन कोई जवाब नही मिला ।वंही शिक्षक की पत्नी अंजलि शुक्ला ने बताया की इसके पहले भी पति ने जेल में अनशन किया था ।तब जज जाधव खुद जेल में आकर मामले न्याय दिलाने का आश्वासन दिया था ।इसके साथ ही फास्ट ट्रैक पर जांच कर 3 महीने में मामले को समाप्त करने का आदेश हाई कोर्ट ने दिया था ।लेकिन उसे भी आज तक पालन नही किया ।इसे भी पांच महीने से अधिक समय बीत गया लेकिन कोई कार्यवाई नही हुआ ।वकील सिद्ध विद्या ने बताया की शुक्ला का डीएनए रिपोर्ट दो बार निगेटिव आया है ।इसे साफ है की लड़की के पेट मे पल रहा बच्चा शुक्ला का नही है। इस के बावजूद न्याय नही मिल रहा ।कोर्ट को इसे गंभीरता से लेना चाहिए ।वंही वकील विनोद गंगवाल ने बताया की शिक्षक शुक्ला के निर्दोष होने के कई सारे सबूत है ।शिक्षक ने खुद नार्को जांच कराने की मांग कर रहा है ।इसके बावजूद उसे न्याय नही मिल रहा है ।जल्द इसके लिए अगला कदम उठाएंगे ।
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