हम केवल समुद्र की लहरों पर तैर रहे हैं। और हमें पता नहीं कि इन लहरों के नीचे अनंत गहराइयां छिपी हुई हैं !
हम केवल समुद्र की लहरों पर तैर
रहे हैं। और हमें पता नहीं कि इन
लहरों के नीचे अनंत गहराइयां
छिपी हुई हैं, जहां कभी
कोई लहर नहीं गई, जहां
कभी किसी लहर ने कोई प्रवेश
नहीं किया है।
अपने ही भीतर बहुत
गहराइयां हैं। अकेलेपन में, जितने आप दूसरे लोगों से
दूर होकर अकेले में चलेंगे, अपने में चलेंगे, दूसरों को
छोड़ेंगे और स्वयं में चलेंगे, उतनी
ही ज्यादा गहराई में, उतनी
ही ज्यादा गहराई में आप पहुंचेंगे। और
यह बड़ा रहस्य है कि आपके भीतर
आप जितनी गहराई में पहुंचेंगे, आपका
बाहर जीवन उतनी
ही ऊंचाई को उपलब्ध हो जाएगा........😍
❣ *ओशो* ❣
☘🍁☘🍁☘🍁☘🍁☘🍁
रहे हैं। और हमें पता नहीं कि इन
लहरों के नीचे अनंत गहराइयां
छिपी हुई हैं, जहां कभी
कोई लहर नहीं गई, जहां
कभी किसी लहर ने कोई प्रवेश
नहीं किया है।
अपने ही भीतर बहुत
गहराइयां हैं। अकेलेपन में, जितने आप दूसरे लोगों से
दूर होकर अकेले में चलेंगे, अपने में चलेंगे, दूसरों को
छोड़ेंगे और स्वयं में चलेंगे, उतनी
ही ज्यादा गहराई में, उतनी
ही ज्यादा गहराई में आप पहुंचेंगे। और
यह बड़ा रहस्य है कि आपके भीतर
आप जितनी गहराई में पहुंचेंगे, आपका
बाहर जीवन उतनी
ही ऊंचाई को उपलब्ध हो जाएगा........😍
❣ *ओशो* ❣
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