"#कांग्रेस_की_असलियत" "#कांग्रेस_का_बड़ा_बैंकिंग_घोटाला" 😡
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदीजी ने खुलासा किया कि....
1947 से 2008 तक 60 वर्षो में देश की बैंकों ने कुल 18 लाख करोड़ रुपए लोन के रूप में दिया था.... लेकिन 2008 से 2014 तक 6 वर्षो में देश की बैंकों द्वारा दिया गया लोन दो गुना तेज़ी से बढ़ कर 52 लाख करोड़ रुपए पहुंच गया...
6 वर्षो में ऐसा क्या किया कि देश के बैंकों का पैसा दोगुनी गति से नामदारों ने अपने लोगों को फोन बैंकिंग के माध्यम से दिलवा दिए... और फिर वही लोग वाह पैसा नामदारों को पहुंचा देते थे... यह लोन एनपीए बनने लगे तो लोन रीस्ट्रक्चर के नाम पर फिर बैंकों पर दबाव बनाया गया नामदारो द्वारा की लोन डिफॉल्टर्स को फिर से लोन दे दिए जाएं, 2014 तक यही प्रक्रिया चलती रही....
2014 में जब हम सत्ता में आए तो बताया गया कि बैंकों का कुल एनपीए दो ढाई लाख करोड़ रुपए है, पर जब हमने जांच शुरू की तो पता चला कि ये नामदार ने देश की अर्थव्यवस्था को एक ऐसी लैंडमाइन पर बिठा दिया था कि उस वक़्त एनपीए की सच्चाई सामने के आती तो ऐसा विस्फोट होता कि देश की अर्थवयवस्था को बहुत नुकसान होता...
2014 में जो कांग्रेस सरकार ने 2/2.5 लाख करोड़ रुपए एनपीए बताया था हमने जांच की तो पता चला यह 9 लाख करोड़ से भी अधिक रुपया एनपीए की श्रेणी में था, जिसपर दिन बा दिन ब्याज लगता जा रहा है और यह रकम बढ़ती चली जा रही है...
मै देशवासियों को यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हमारी सरकार ने 1 भी ऐसा लोन नहीं दिया है जो एनपीए की श्रेणी में गया हो....
पिछले साढ़े चार सालों में 50 करोड़ से सभी बड़े लोन की समीक्षा की गई है हमने कई कड़े और बड़े फैसले लिए, बड़े लोन लेने वालों के पासपोर्ट डिटेल भी अब सरकार को पता होगा ऐसी व्यवस्था बनाई है, आईबीसी लॉ और आर्थिक अपराध भगोड़ा कानून से हमने संपत्ति को जब्त करने का अधिकार दिया और यह भी तय किया कि नीलामी में भगोड़ा शामिल ना हो सके...
पहले बैंकों से लोग लोन ले लेते थे और बैंक उनके चक्कर चक्कर काटते थे, हमने ऐसी व्यवस्था बनाई है कि अब लोन लेने वाले बैंक के पास खुद चल कर लोन चुकाने आ रहे है... आईबीसी लॉ के तहत 12 ऐसे बड़े लोन डिफॉल्टर्स पर कार्यवाही जारी है जिनका बैंकों पर लगभग 2 लाख करोड़ से अधिक बकाया है और 26 अन्य बड़े डिफॉल्टर्स पर कार्यवाही चल रही है जिनका बैंकों पर 1 लाख करोड़ से अधिक बकाया है...
मै देशवासियों को यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हम इन बड़े डिफॉल्टर्स से वो पैसा वापस ले कर रहेंगे, और गरीबों के कल्याण के लिए उस पैसे का इस्तेमाल करेंगे....
#TrustNaMo
विकास नान्दल मनोनित पार्षद झज्जर हरियाणा
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदीजी ने खुलासा किया कि....
1947 से 2008 तक 60 वर्षो में देश की बैंकों ने कुल 18 लाख करोड़ रुपए लोन के रूप में दिया था.... लेकिन 2008 से 2014 तक 6 वर्षो में देश की बैंकों द्वारा दिया गया लोन दो गुना तेज़ी से बढ़ कर 52 लाख करोड़ रुपए पहुंच गया...
6 वर्षो में ऐसा क्या किया कि देश के बैंकों का पैसा दोगुनी गति से नामदारों ने अपने लोगों को फोन बैंकिंग के माध्यम से दिलवा दिए... और फिर वही लोग वाह पैसा नामदारों को पहुंचा देते थे... यह लोन एनपीए बनने लगे तो लोन रीस्ट्रक्चर के नाम पर फिर बैंकों पर दबाव बनाया गया नामदारो द्वारा की लोन डिफॉल्टर्स को फिर से लोन दे दिए जाएं, 2014 तक यही प्रक्रिया चलती रही....
2014 में जब हम सत्ता में आए तो बताया गया कि बैंकों का कुल एनपीए दो ढाई लाख करोड़ रुपए है, पर जब हमने जांच शुरू की तो पता चला कि ये नामदार ने देश की अर्थव्यवस्था को एक ऐसी लैंडमाइन पर बिठा दिया था कि उस वक़्त एनपीए की सच्चाई सामने के आती तो ऐसा विस्फोट होता कि देश की अर्थवयवस्था को बहुत नुकसान होता...
2014 में जो कांग्रेस सरकार ने 2/2.5 लाख करोड़ रुपए एनपीए बताया था हमने जांच की तो पता चला यह 9 लाख करोड़ से भी अधिक रुपया एनपीए की श्रेणी में था, जिसपर दिन बा दिन ब्याज लगता जा रहा है और यह रकम बढ़ती चली जा रही है...
मै देशवासियों को यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हमारी सरकार ने 1 भी ऐसा लोन नहीं दिया है जो एनपीए की श्रेणी में गया हो....
पिछले साढ़े चार सालों में 50 करोड़ से सभी बड़े लोन की समीक्षा की गई है हमने कई कड़े और बड़े फैसले लिए, बड़े लोन लेने वालों के पासपोर्ट डिटेल भी अब सरकार को पता होगा ऐसी व्यवस्था बनाई है, आईबीसी लॉ और आर्थिक अपराध भगोड़ा कानून से हमने संपत्ति को जब्त करने का अधिकार दिया और यह भी तय किया कि नीलामी में भगोड़ा शामिल ना हो सके...
पहले बैंकों से लोग लोन ले लेते थे और बैंक उनके चक्कर चक्कर काटते थे, हमने ऐसी व्यवस्था बनाई है कि अब लोन लेने वाले बैंक के पास खुद चल कर लोन चुकाने आ रहे है... आईबीसी लॉ के तहत 12 ऐसे बड़े लोन डिफॉल्टर्स पर कार्यवाही जारी है जिनका बैंकों पर लगभग 2 लाख करोड़ से अधिक बकाया है और 26 अन्य बड़े डिफॉल्टर्स पर कार्यवाही चल रही है जिनका बैंकों पर 1 लाख करोड़ से अधिक बकाया है...
मै देशवासियों को यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हम इन बड़े डिफॉल्टर्स से वो पैसा वापस ले कर रहेंगे, और गरीबों के कल्याण के लिए उस पैसे का इस्तेमाल करेंगे....
#TrustNaMo
विकास नान्दल मनोनित पार्षद झज्जर हरियाणा
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