मुलुंड के T वॉर्ड वॉटर डिपार्टमेंट के JE/SE अधिकारी & संडक काँट्रॅकटर से पानी नुकसान भरपाई रकम वसूल कर के मा. मुख्यमंत्री के राहत कोष जमा किया जाये।
To,
Mr. I. S. Chahal
Principal Secretary (WRP & D),
WRD GoM Mumbai - 400 032,
Phone:(O)022-22023038
Fax:022-22834335
Email: sec_cad@maharashtra.gov.in
WRD GoM Mumbai - 400 032,
Phone:(O)022-22023038
Fax:022-22834335
Email: sec_cad@maharashtra.gov.in
From,
Vinod R. Chavan
Editor of
Mumbai Crime Page News.
Cell 7977194366/ 9702269504
Press Notes
विषय : T वॉर्ड मुलुंड के वॉटर डिपार्टमेंट के JE/SE के लाह पर वाही से एक महिने से भी जादा समय से लाखों लीटर पाणी संडक के खदाई के व ज ह से ब ह कर जनता के हिस्से के पाणी का नुकसान।
संदर्भ : लाखों लिटर पाणी का नुकसान भरपाई JE/SE & संडक काँट्रॅकटर से वसूल कर के मा. मुख्यमंत्री के राहत कोष जमा किया जाये।
- सबूत के लिये, हमारी मीडिया ने जो विडिओ का लिंक न्युज भी दे रहे है।
Sir,
भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 ए के अधिकार के मुताबिक,आप के विभाग को हमारी मीडिया “ Mumbai Crime Page News” यह इन्फॉर्मेशन जनहित मे आप को दे रही है। T वॉर्ड मुलुंड के अंतर्गत पत्ता : जय शास्त्री नगर,गुरू गोविंद मार्ग,मुलुंड कॉलनी ,मुलुंड वेस्ट मुंबई 82. पर एक गटर का काम कुछ महिने चल रहा है। संडक की खुदाई के समय पाणी की एक बडी पाईप लाईन वहा से जा रही है। लेकीन जब से संडक की खुदाई हुई है।तब से व ह पाणी की पाईप लाईन तूट ग ई है। महिनो से उस पाईप लाईन से लाखों लिटर पानी बह चुका है। इस लाह लपरवाही की वजह T वॉर्ड मुलुंड के वॉटर डिपार्टमेंट के JE/SE अधिकारी है। रोज वॉटर डिपार्टमेंट की गाडी वहा से गुजर के जाती है।लेकीन किसीं को अपनी ड्युटी का नैतिक जिम्मेवारी लेंनी नहीं है। इस तरह से लाखों लिटर पानी जो जनता के हिस्से के पानी का नुकसान किया जा रहा है। यह सब जनता के उपर अतिभार है। लाखों लिटर पानी का नुकसान अपनी ड्युटी के समय मुलुंड के वॉटर डिपार्टमेंट के JE/SE अधिकारी कर रहे है।
आप से नम्र निवेदन है,की आप हमारी इस शिकायत पत्र के मुताबिक आप के माध्यम से जाचं पडताल कर के अगर वह अधिकारी लाखों लिटर पाणी का नुकसान के लिये,दोषी पाये जाते है,तो मुलुंड के T वॉर्ड वॉटर डिपार्टमेंट के JE/SE अधिकारी & संडक काँट्रॅकटर से पानी नुकसान भरपाई रकम वसूल कर के मा. मुख्यमंत्री के राहत कोष जमा किया जाये।और उस लीगल कारवाही की एक कॉपी शिकायतकर्ता को भी फ्री मे दिया जाये।
Vinod R. Chavan
Comments