सिवन सर, जब आपने देश का सिर हमेशा ऊंचा किया है तो आज हम आपका सर कैसे झुकने देंगे।हम आपके साथ खड़े रहेंगे !
इस व्यक्ति को देख रहे हो न... इनका नाम के.सिवन है... टूटी चप्पलों के साथ संघर्ष करता हुआ यह व्यक्ति देश के इस सर्वोच्च देश सेवा संस्थान इसरो के चीफ तक पहुंचा है। यह व्यक्ति इस संस्थान में आप और हम लोगों के लिए 20 घंटे तक काम करता है। इस समय इसे और हमारे देश के वैज्ञानिकों को हमारे हौसले की दरकार है। इसलिए भारत के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह हमारे देश के गौरव इसरो का हौसला बढ़ाते हुए उसका समर्थन करे और वैज्ञानिकों को पुनः प्रयास के लिए संबल प्रदान करें।
याद रखो देश और इसरो जैसी देश की अमूल्य संपदा के साथ के विपत्ति में खड़े होने का सौभाग्य बार-बार नहीं आता है।
सिवन सर, जब आपने देश का सिर हमेशा ऊंचा किया है तो आज हम आपका सर कैसे झुकने देंगे।हम आपके साथ खड़े रहेंगे तब तक जब तक आप फिर से चंद्रयान को चांद के दक्षिणी ध्रुव की छाती पर नहीं उतार देते...!
जय हिंद 🇮🇳
याद रखो देश और इसरो जैसी देश की अमूल्य संपदा के साथ के विपत्ति में खड़े होने का सौभाग्य बार-बार नहीं आता है।
सिवन सर, जब आपने देश का सिर हमेशा ऊंचा किया है तो आज हम आपका सर कैसे झुकने देंगे।हम आपके साथ खड़े रहेंगे तब तक जब तक आप फिर से चंद्रयान को चांद के दक्षिणी ध्रुव की छाती पर नहीं उतार देते...!
जय हिंद 🇮🇳
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