326A और 326B के बारे में बताने जा रहा हु, जिसके अनुसार तेजाब फेकने वाले आरोपी को 10 साल की सजा हो सकती है !
आप सभी को "भारतीय दण्ड संहिता " की धारा 326A और 326B के बारे में बताने जा रहा हु, जिसके अनुसार तेजाब फेकने वाले आरोपी को दण्डित किये जाने और जुर्माने का प्रावधान किया गया है।
जिला और सेशन जज तरुण कुमार सिन्हा ने रमाकांत राय उर्फ बॉक्सिंग राय के केस15 साल पुराने मामले में सजा सुनाई. राय को 30 हजार रुपये जुर्माना भी भरने का आदेश दिया गया है. लगातार बढ़ते एसिड़ हमलों पर काबू पाने के लिए 'क्रिमिनल लॉ (संशोधन) एक्ट 2013' बनाया गया था. अप्रैल 2014 में इसमें संशोधन के बाद से इस कानून के तहत किया गया यह पहला फैसला है. नए कानून में पीडि़ता को अपना इलाज कराने के लिए 20 हजार रुपये देने का भी प्रावधान है.ऐसिड अटैक के मामले में पहले आईपीसी में अलग से कोई प्रावधान नहीं था और आईपीसी की धारा-326 (गंभीर रूप से जख्मी करना) के तहत ही केस दर्ज किया जाता था।
- दोषी पाए जाने पर 10 साल तक कैद या फिर उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान था।
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