लॉक डाउन में शराब खरेदी करते समय जनता ने भीड़ इकट्ठा कर लिया है। मुलुंड पुलिस मौन है।
सरकार जनता की सेवा करने के लिये,इन ईमानदार पुलिस अधिकारियों को वेतन देती है। जब कुछ अधिकारी अपनी ऊपरी कमाई के लिये,जनता की जान दांव पर लगा देते है,तब कुछ कॉमन मेन को उनके खिलाफ आवाज बुलंद करना पड़ता है।
कॉमन मेन की हिफाज़त अगर पुलिस कर भी रही,तो कोई मेहरबानी वह नही कर रहे है। देश के सैनिक आज कश्मीर रोज़ शहीद हो रहे है,क्या वह इस तरह का जनता पर मेहरबान की बात करते है,क्या ?
वह सैनिक उसे अपना फर्ज समझते है।
Comments