भारतीय संविदा अधिनियम की धारा 15
“प्रपीड़न” की परिभाषा !!
“प्रपीड़न” इस आशय से कि किसी व्यक्ति से कोई करार कराया जाए कोई ऐसा कार्य करना या करने की धमकी देना है,जो भारतीय दण्ड संहिता (1860 का 45) द्वारा निषिद्ध है, अथवा किसी व्यक्ति पर, चाहे वह कोई हो, प्रतिकूल प्रभाव डालने के लिए किसी सम्पत्ति का विधिविरुद्ध निरोध करना या निरोध करने की धमकी देना है।
“Coercion defined”–
“Coercion” is the committing, or threatening to commit, any act forbidden by the Indian Penal Code (45 of 1860) or the unlawful detaining, or threatening to detain, any property, to the prejudice of any person whatever, with the intention of causing any person to enter into an agreement.
Explanation.—It is immaterial whether the Indian Penal Code (45 of 1860) is or is not in force in the place where the coercion is employed.
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