मौत भी आ गयी तो मै उसे भी मार दूँगा परमवीर चक्र विजेता अमर शहीद कैप्टन मनोज पांडे का संकल्प।
मेरे सैनिक मेरे बच्चों के समान है हर खतरे को उन पर जाने से पहले मुझसे होकर गुजरना पड़ेगा -बलिदानी नेतृत्वकर्ता।
1/11 गोरखा रेजिमेंट सियाचिन के शेर ने दुश्मन के सैकड़ो फिट की ऊँचाई पर स्थित #खालूबार में दुश्मन के चार बंकर ध्वस्त कर दिए । चौथे बंकर को खत्म करने से पहले कंधे और पैर पर गोलियां लगी थी अचानक 2 गोलियां योद्धा के माथे को चीरते हुए पर चली गयी
अपने साथियों को उनके अंतिम शब्द "छोड़ू नाहीं अर्थात छोड़ना नही
24 साल 7 दिन के मनोज पांडे जी का जीवन अनन्त काल तक याद किया जायेगा ।
बलिदान के 21 वे वर्ष पर आपके शब्द मेरे कानों मैं गूंज रहे है
"छोड़ू नाहीं....…..।
दुश्मन बदला है अबके चीन ने हिमाकत की है
ड्रेगन तुम याद रखना ये परमवीर मनोज पांडे का देश है । सदियों तक लड़ेंगे .......
लेकिन एक इंच भूमि नही देंगे ।
और तेरे कब्जे में जो #अक्साई_भारत है ......
वो भी ले कर रहेंगे।
शहीद मनोज पांडे को #JaiHind
मेरे सैनिक मेरे बच्चों के समान है हर खतरे को उन पर जाने से पहले मुझसे होकर गुजरना पड़ेगा -बलिदानी नेतृत्वकर्ता।
1/11 गोरखा रेजिमेंट सियाचिन के शेर ने दुश्मन के सैकड़ो फिट की ऊँचाई पर स्थित #खालूबार में दुश्मन के चार बंकर ध्वस्त कर दिए । चौथे बंकर को खत्म करने से पहले कंधे और पैर पर गोलियां लगी थी अचानक 2 गोलियां योद्धा के माथे को चीरते हुए पर चली गयी
अपने साथियों को उनके अंतिम शब्द "छोड़ू नाहीं अर्थात छोड़ना नही
24 साल 7 दिन के मनोज पांडे जी का जीवन अनन्त काल तक याद किया जायेगा ।
बलिदान के 21 वे वर्ष पर आपके शब्द मेरे कानों मैं गूंज रहे है
"छोड़ू नाहीं....…..।
दुश्मन बदला है अबके चीन ने हिमाकत की है
ड्रेगन तुम याद रखना ये परमवीर मनोज पांडे का देश है । सदियों तक लड़ेंगे .......
लेकिन एक इंच भूमि नही देंगे ।
और तेरे कब्जे में जो #अक्साई_भारत है ......
वो भी ले कर रहेंगे।
शहीद मनोज पांडे को #JaiHind
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