मल्टी लेवल मार्केटींग व्यवसाय मे यह दिखने को मिलता है,की ज़्यादातर कंपनी के संचालक एक्स फेल्युअर लीडर है,या ठगी के केस मे जेल की हवा खा कर फ़िर से जनता के बीच सक्रिय होते है !!
!! अभी भी वक्त है !!
आज कल मल्टी लेवल मार्केटींग व्यवसाय मे यह दिखने को मीलता है,की ज़्यादातर कंपनी के संचालक एक्स फेल्युअर लीडर है,या ठगी के केस मे जेल की हवा खा के फीर से फेरफार कर के नये कंपनी के मालीक बने है।
वो अपनी पुरानी लायबेलीटी सर से उतारने की फ़िराक मे है।
कुछ लोग कंपनी के लिए नया चेहरा लोगों के सामने रखते है,या बाहरी देश का रजिस्ट्रेशन दिखा कर लोगों को गुमराह करते है।और खुद का फायनन्सीयल टार्गेट पुरा करते है।
लोगों को बडे बडे सपने दिखा के खुद का टार्गेट पुरा करना यह ही उनका छुपा अजेन्डा होता है। (ref:30/40/50% return plan)
आज कल ऑनलाइन बिजनेस के नाम पर ठगी करने का धंदा जोरो शोरो मे चल रहा है। जैसे की i.e.coin, clickadd,betting,forex etc. (ref:cyber crime cases)
जब किसी वस्तू का आदान प्रधान होता है तब मार्केटींग घटीत होता है।जब किसी सेवा (service) का आदान प्रधान होगा तभी मार्केटींग होता है। इसे हम marketing या multi level marketing कह सकते है।
लेकीन तथा कथीत एम एल एम लीडरों ने इसकी व्याख्या ही बदल डाली है। स्वार्थ के लिए गलत ढंग से प्रचार और प्रसार मे लगे रहे है,उनको फर्क नही पडता है।
क्योंकि कोई और नया फंडा यह उनके जीवन का अविभाज्य घटक बन चुका है।
फर्क पडता है तो वो आम जनता को।
मगर लोगों को अभी इसकी आदत पड चुकी है।
वजह यह है "लालच ! लालच बहुत बुरी चीज़ होती है।
लाखो करोडो का फ्राॅड हर दिन महाराष्ट्र राज्य मे होता है।
उसकी वजह है देश का कानुन ।
दुनिया के अधिकतम देशो मे एम एल एम उदयोग को कानुन के दायरे मे लाया है। और ऊसको एम एल एम इंडस्ट्री का दर्जा दिया गया है।और उस विषय को काॅलेज मे पढाया भी जाता है। इसी कारन वहा पर ढगी का प्रमाण ना के बराबर है।
करोडो बेरोजगारों को एक अच्छा रोजगार उपलब्ध हुआ है। साथ ही साथ हजारो करोड का टॅक्स सरकार को मिलता है।
हमारे भारत देश मे प्रधानमंत्री श्री.मनमोहन सींग जी की कार्यकाल से इस इंडस्ट्री को कानुन के दायरे मे लाने की कोशिश चल रही है।मगर अब तक इस दिशा में कुछ नही हुआ है। मंञी महोदय पासवान जी ने यह कार्य हात मे लिया था ।
यदी सरकार इस पर कानुन करेगी तो भारत के युवावों को रोजगार मिलेगा और हजारो करोडो का टॅक्स सरकार को मिलेगा। आम लोग ठग ने से बच जाएंगे।जीडीपी बढने मे मदत होगी।
सरकार से उम्मीद रखते है की सरकार ने जिस प्रकार बीमा क्षेञ,बॅक क्षेञ इ.को कानुन के दायरे मे लाकर फ्राॅड का प्रमाण कम करने का प्रयास किया है।उसी तरह जल्द से जल्द मल्टी लेवल मार्केंटींग क्षेञ को भी कानुन के दायरे मे लाकर ऊसे एम एल एम इंडस्ट्री* का दर्जा देने की जरुरत है।
एम पी आय डी कानुन या एम पी आय डी कोर्ट का निर्मान करते समय यदी मल्टी लेवल मार्केटींग ऊद्योग को कानुन के दायरे मे लाया होता तो आज फ्राॅड केसेस का प्रमान पचास प्रतीशत कम हो जाता। और आम जनता ठगी से बच जाती।
अभी भी वक्त है सोचने समजने का और कृती मे लाने का।
पञकार
धनंजय जगताप
#989050920
MUMBAI CRIME PAGE
Comments