चाणक्य कहते हैं कि बच्चा जब मां के गर्भ में होता है तभी उसके जीवन से जुड़ी 5 चीजें तय हो जाती हैं !!
आयुः कर्म च वित्तं च विद्या निधनमेव च । पञ्चैतानि हि सृज्यन्ते गर्भस्थस्यैव देहिनः ।।
इस श्लोक में चाणक्य कहते हैं कि बच्चा जब मां के गर्भ में होता है तभी उसके जीवन से जुड़ी 5 चीजें तय हो जाती हैं और ये हैं आयु, कर्म, धन, विद्या और मृत्यु. यानी बच्चा अपने जीवन में कितने वर्ष जिंदा रहेगा, उसके कर्म कैसे होंगे, उसके कितनी धन की प्राप्ति होगी, कितना ज्ञानी होगा और कब उसकी मृत्यु होगी, ये सब पहले से ही निर्धारित हो जाता है.
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