महिला जज नें कराई थी अपने और ससुरालवालो के खिलाफ़ FIR !! लेकिन बॉम्बे हाय कोर्ट नें FIR कों किया रद्द !! कोर्ट नें कहाँ की यह पति पत्नी के बीच का विवाद में बदला लेने किया भावना से दर्ज कराई गईं थी !!
महिला जज नें कराई थी अपने और ससुरालवालो के खिलाफ़ FIR!!
लेकिन बॉम्बे हाय कोर्ट नें FIR कों किया रद्द !! कोर्ट नें कहाँ की यह पति पत्नी के बीच का विवाद में बदला लेने किया भावना से दर्ज कराई गईं थी !!
महिला जज ने दावा किया कि उस दिन उन्हें जज के रूप में अपना काम करने से रोका गया। इसको लेकर महिला जज ने 9 जुलाई, 2023 को पति और ससुरालवालों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की।
पुलिस ने FIR में धारा 186, 353 (लोक सेवक को रोकने के लिए आपराधिक बल), 498 ए (क्रूरता) और आईपीसी की धारा 506 (आपराधिक धमकी) के तहत प्राथमिकी दर्ज की। FIR में अपराध की अवधि 1 अक्टूबर 2018 से 7 जून 2023 तक थी।
बॉम्बे हाईकोर्ट के जस्टिस ए.एस. चंदूरकर और जस्टिस जितेंद्र जैन की बेंच ने कहा कि ऐसा लगता है कि FIR केवल पति और पत्नी के बीच विवाद में बदला लेने के भावना से दर्ज कराई गई थी। किसी ने भी महिला जज को उसके कर्तव्यों को निर्वहन करने से नहीं रोका था।
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