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100% रिलीफ़ सर्दी,खांसी, बुख़ार, पर घरेलू नुस्खे !!

 

19 अप्रैल को देशभर के चिकित्सकों से संवाद करने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वैक्सीन खरीदने का अधिकार राज्यों को भी दे दिया है !!

आखिर केन्द्र सरकार ने कोरोना वैक्सीन खरीदने का अधिकार राज्यों को दे !! कोरोना की वैक्सीन खरीदने का अधिकार राज्यों को मिलना चाहिए,  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने पढ़ा, लेकिन यह सही है कि 19 अप्रैल को देशभर के चिकित्सकों से संवाद करने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वैक्सीन खरीदने का अधिकार राज्यों को भी दे दिया है। अब कोई भी राज्य सीधे निर्माता कंपनियों से अपनी शर्तों पर वैक्सीन खरीद सकती है। अब किसी भी राज्य सरकार को यह शिकायत नहीं रहेगी कि केन्द्र सरकार वैक्सीन उपलब्ध करवाने में विलम्ब या भेदभाव कर रही है। यानी वैक्सीन पर केन्द्र ने अपना एकाधिकार भी समाप्त कर दिया है। इसके साथ ही एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों को भी वैक्सीन लग सकेगी। अभी 45 वर्ष से अधिक उम्र वालों को ही वैक्सीन लग रही है। दूसरे चरण में जब 45 वर्ष वालों को वैक्सीन लगाने की घोषणा की गई, तब अनेक मुख्यमंत्रियों ने 18 वर्ष वालों को भी वैक्सीन लगाने की मांग की। तर्क दिया गया कि दूसरी लहर में वायरस ज्यादा प्रभावी है, इसलिए सभी को वैक्सीन लगवाई जाए। केन्द्र सरक...

डर’ से ज्यादा खतरनाक इस दुनिया में कोई भी वायरस नहीं है !! सामूहिक पागलपन है जो अखबारों और TV के माध्यम से भीड़ को बेचा जा रहा है !! ओशो !!

पूर्व में हैजा भी महामारी के रूप में पूरे विश्व में फैला था,तब अमेरिका में किसी ने ओशो रजनीश जी से प्रश्न किया "इस महामारी से कैसे  बचे ?" ओशो ने विस्तार से जो समझाया वो आज कोरोना के सम्बंध में भी बिल्कुल प्रासंगिक है। ओशो* "यह *प्रश्न* ही आप *गलत* पूछ रहे हैं, *प्रश्न* ऐसा होना चाहिए था कि *महामारी* के कारण मेरे मन में *मरने का जो डर बैठ गया है* उसके सम्बन्ध में कुछ कहिए! इस *डर* से कैसे बचा जाए...? क्योंकि *वायरस* से *बचना* तो बहुत ही *आसान* है, लेकिन जो *डर* आपके और *दुनिया* के *अधिकतर लोगों* के *भीतर* बैठ गया है, उससे *बचना* बहुत ही *मुश्किल* है। अब इस महामार से कम लोग, इसके *डर* के कारण लोग ज्यादा मरेंगे। ’डर’ से ज्यादा खतरनाक इस दुनिया में कोई भी वायरस नहीं है। इस *डर* को समझिये, अन्यथा *मौत* से पहले ही आप एक *जिंदा* लाश बन जाएँगे। यह जो *भयावह माहौल* आप अभी देख रहे हैं, इसका *वायरस* आदि से कोई *लेना* *देना* नहीं है। यह एक *सामूहिक पागलपन* है, जो एक *अन्तराल* के बाद हमेशा घटता रहता है, कारण *बदलते* रहते हैं, कभी *सरकारों की प्रतिस्पर्धा*, कभी *कच्चे तेल की कीमतें*,...

Veer Sawarkar BMC Hospital Time Table !! वीर सावरकर सरकारी मुलुंड हॉस्पिटल डॉक्टर का टाइम टेबल !!

       !! Swatantrya veer V.D.Sawarkar !! !! BMC Hospital Veer Savarkar Hospital !! Mahatma Phule Road Hanuman Chowk, Mulund East, Hanuman Chowk, Mulund West, Mumbai, Maharashtra 400081 Open now:    Open 24 hours mcgm.gov.in 022 2163 6225

आत्मा बेच कर मरते हैं लोग,तो रोते हुए मरते हैं!! किसी पक्षी को मरते देखा ? ऐसे सरल, ऐसे सहज,चुपचाप विदा हो जाता है!! ओशो !!

मृत्यु के क्षण में लोग तड़फते क्यों हैं? तुमने किसी पक्षी को मरते देखा ? ऐसे सरल, ऐसे सहज, चुपचाप विदा हो जाता है! पंख भी नहीं फड़फड़ाता। शोरगुल भी नहीं मचाता। पक्षी तो इतने चुपचाप विदा हो जाते हैं,  इतनी सरलता से विदा हो जाते हैं! ज़रा नोच-खचोंट नहीं। ज़रा शोरगुल नहीं। तुमने पशुओं को मरते देखा? मौत में भी एक अपूर्व शांति होती है।  आदमी को मरते देखो--कितना उपद्रव मचाता है, कितना रोकने की अपने को चेष्टा करता है! क्या होगा कारण? कारण हैः जिंदगी व्यर्थ गई और मौत आ गई। अब आगे कोई समय न बचा। खाली आए खाली गए, कुछ भराव नहीं और यह मौत आ गई। तड़फे न आदमी तो क्या करे ?  भरे हुए आदमी ही शांति से मर सकते हैं। हां, बुद्ध विदा होते हैं शांति से, उल्लास से, उमंग से; जैसे किसी प्यारी यात्रा पर जाते हों! ज़रा भी क्षण-भर को भी, कण-भर को भी मोह नहीं होता इस तट से बंधे रहने का।  छोड़ देते अपनी नाव उस पार जाने को। खोल देते अपने पंख। विराट की पुकार आ गई, आवाज आ गई, संदेश आ गया। रुकना कैसा? फिर इस तट को खूब जी लिया, मन भर कर जी लिया जी भरकर जी लिया! इस तट के गीत भी सुन लिए, इस तट का गी...

भारतीय चरित्र दमित चरित्र है। इसमें गालियां तो भरी हैं भीतर लबालब, निकलने का मौका नहीं मिलता। शराब पी ली, निकल पड़ती हैं। शराब नहीं पीते, सम्हली रहती हैं !

यह हमारे देश में एक बड़ी अजीब विक्षिप्तता है। सारी दुनिया में शराब पी जाती है, कहीं कोई अड़चन नहीं है। अड़चन यहीं है सिर्फ! क्योंकि सारी दुनिया में लोग शराब पीने का सलीका समझ गए हैं। शराब पीने का एक ढंग होता है, एक सलीका होता है। तुम यहां पीने नहीं देते तो लोग गैर-सलीके से पीते हैं, ज्यादा पी जाते हैं।  ऐसा ही समझो न कि तुम्हें कोई खाना न खाने दे दिन भर, फिर एकदम से मौका मिल जाए, तो ज्यादा खा जाओगे। दो तीन दिन उपवास करवा दे कोई जबरदस्ती और फिर खाने का मौका मिल जाए, तो बीमार पड़ोगे। जो भी खाओगे, कै-दस्त हो जाएगा। सारी दुनिया में लोग शराब पीते हैं, सिर्फ कोई भारत में ही नहीं। भारत में क्या कोई शराब पीता है! लेकिन सारी दुनिया में यूं पीते हैं जैसे पानी पीते हैं। लेकिन कोई झगड़ा-फसाद नहीं, कोई दंगा खड़ा नहीं होता, कोई मार-पीट नहीं होती, कोई नालियों में पड़ा हुआ गालियां नहीं बकता। ये सब खूबियां भारतीय चरित्र में ही प्रकट होती हैं।  यह थोड़ा सोचने जैसा है। इसके दो मतलब हैं। एक मतलब तो यह कि भारतीय चरित्र दमित चरित्र है। इसमें गालियां तो भरी हैं भीतर लबालब, निकलने का मौका नहीं मि...

"डर" से ज्यादा खतरनाक इस दुनिया में कोई भी "वायरस" नहीं है !! Osho !!

*ओशो* गजब का *ज्ञान* दे गये, *कोरोना* जैसी *जगत बिमारी* के लिए *70* के *दशक* में *हैजा* भी *महामारी* के रूप में पूरे *विश्व* में फैला था, तब *अमेरिका* में किसी ने *ओशो रजनीश जी* से प्रश्न किया -इस *महामारी* से कैसे  बचे ? *ओशो* ने विस्तार से जो समझाया वो आज *कोरोना* के सम्बंध में भी बिल्कुल *प्रासंगिक* है। 🌹 *ओशो* 🌹 यह *प्रश्न* ही आप *गलत* पूछ रहे हैं, *प्रश्न* ऐसा होना चाहिए था कि *महामारी* के कारण मेरे मन में *मरने का जो डर बैठ गया है* उसके सम्बन्ध में कुछ कहिए?* इस *डर* से कैसे बचा जाए...? क्योंकि *वायरस* से *बचना* तो बहुत ही *आसान* है, लेकिन जो *डर* आपके और *दुनिया* के *अधिकतर लोगों* के *भीतर* बैठ गया है, उससे *बचना* बहुत ही *मुश्किल* है। अब इस *महामारी* से कम लोग, इसके *डर* के कारण लोग ज्यादा *मरेंगे*.......। *’डर’* से ज्यादा खतरनाक इस *दुनिया* में कोई भी *वायरस* नहीं है। इस *डर* को समझिये, अन्यथा *मौत* से पहले ही आप एक *जिंदा* लाश बन जाएँगे। यह जो *भयावह माहौल* आप अभी देख रहे हैं, इसका *वायरस* आदि से कोई *लेना* *देना* नहीं है। यह एक *सामूहिक प...

क्या आप इस अपंग को उसके डॉक्टर के मुताबिक, दवा खरीद कर ,दे सकते है ? !! Mumbai Crime Page & Team !!

मुलुंड : अमर नगर में एक रिक्शा चालक जिसका नाम बापिया है। वह एक डायबिटिस का मरीज़ है। डॉक्टर ने उसका एक पैर डायबिटिस के वज़ह से काट दिया है। उस मरीज़ को इस समय डॉक्टर ने दिये हुवे,दवा का सख्त जरूरत है। अगर कोई भी इस मरीज को कम से कम एक महीने का डॉक्टर के मुताबिक दवा देने के लिए,अगर मदत का हाथ आगे बढ़ाना चाहते है, तो आप हमारी मीडिया के व्हाट्सअप नंबर पर 9702269504 सपंर्क कर के उस मरीज़ को डायरेक्ट मदत कर सकते है। या इस QR Code No भी दवा का आर्थिक मदत भी कर सकते है।

जब महामारी फैलती है ! महामारी से ज़्यादा उसकी अफ़वाह से मरते है ! वल्ड रिपोर्ट ! Osho !

पूरे वल्ड में जहाँ कोरोना ने मौत का ताँडव मचा रखा है। अभी तक हजारों लोगों की जान चली गई है। इस महामारी पर अब तक किसी भी देश ने कोई सटीक मेडिसिन बनाने में कोई ख़ास सफ़लता नही हासिल कर पाई है। सभी देश को इंतेजार इस महामारी पर विजय होने की। इस वीडियो में जो ओशो ने कुछ बातें की है,महामारी पर शायद वह हम जनता के कुछ काम आ जाये। यही प्रयास हम सब का है।

20 मार्च से आगे 7-8 दिन यदि आप अपने को और अपने परिवार को कोरोना से बचा ले जांय तो समझिए आधी से ज्यादा जंग हमने जीत लिया !!

20 मार्च से आगे 7-8 दिन यदि आप अपने को और अपने परिवार को कोरोना से बचा ले जांय तो समझिए आधी से ज्यादा जंग हमने जीत लिया। दरअसल 19 ता. से हमारे देश में कोरोना का तीसरा चरण प्रारम्भ होगा जिसे कम्यूनिटी इनफेक्शन कहते हैं। इस समय अन्तराल में कोरोना एक व्यक्ति से दूसरे में तेजी से फैलता है। इस समय यदि अपने परिवार को बचा लें तो जंग जीत सकते हैं। कोरोना से बचने के लिये !! १. सुबह दूधकी थैली घर लाये हो तो थैली को तुरंत पानी से धो लें,और साबून से अपना हाथ साफ कर लें । २. अखबार बंद कर दे .सब्जी लाने के बाद तुरंत नमक के पानी से धो लें । ३. पोस्ट से और कुरियर से कुछ ना मंगायें , जरूरी हो तो मंगाये लेकिन वो डाक ट्रे मे लिजीये और १२घँटे बाद खोलें । ४. ऑन लाईन कुछ दिनों तक ना मंगायें। ओला , उबर या टेक्सी का उपयोग ना करें । बच्चों को बाहर जाने ना दें । ५. केवल अपने कंम्पयूटर , लेपटॉप का उपयोग करें .दूसरों की सायकल या गाडी उपयोग मत किजीये। ६. घर से बडे बुजुर्गों को बाहर निकलने से बचाएं । ७. करेंसी की अदला बदली टालिये.ATM मे हाथ दस्ताना पहन के जायें । ८.घर के कामवाली बाई को हाथ पैर धोने के ब...

सर्दीयों मे मुली अमृत है !!

मूली खाने से होने वाले फायदे।। सर्दीयों मे मुली  अमृत हे।। (1.) रोजाना सुबह खाने में मूली का सेवन करने से डायबिटीज से जल्द छुटकारा मिल सकता हैं. (2.) मूली खाने से जुखाम रोग भी नही होता हैं, इसीलिए मुली को स्लाद के रूप में जरूर खाना चाहिए. (3.) हर-रोज मूली के ऊपर काला नमक डालकर खाने से भूख न लगने की समस्या दूर हो जाती हैं. (4.) मूली खाने से हमे विटामिन ए मिलता हैं, जिससे हमारे दांतो को  मजबूती मिलती हैं. (5.) मूली खाने से बाल झड़ने की समस्या दूर हो जाती हैं. (6.) बवासीर रोग में कच्ची मूली या मूली के पत्तो की सब्जी बनाकर खाना फायदेमंद होता हैं. (7.) अगर पेशाब का बनना बंद हो जाये तो मूली का रस पीने से पेशाब दोबारा बनने लगता हैं. (8.) हर-रोज 1 कच्ची मूली सुबह उठते ही खाने से पीलीया रोग में आराम मिलता हैं. (9.) नियमित रूप से मूली खाने से मधुमेह का खतरा भी कम रहता हैं. (10.) अगर आपको भी खट्टी डकारे आती हैं, (अम्लपित) तो मूली के 1 कप रस में मिश्री मिलाकर पीने से लाभ मिलता हैं. (11.) नियमित रूप से मूली खाने से मुँह,आंत और किडनी की कैंसर का खतरा कम रहता हैं. ...

तनाव से मुक्त कर ध्यान में प्रवेश करवाने वाला लाओत्से का अद्भुत सूत्र !! Osho !!

                         प्राण साधना - भाग - 1 तनाव से मुक्त कर ध्यान में प्रवेश करवाने वाला लाओत्से का अद्भुत सूत्र - "जब कोई अपनी प्राणवायु को अपनी ही एकाग्रता के द्वारा नमनीयता की चरम सीमा तक पहुंचा देता है, तो वह शिशुवत कोमल हो जाता है।" अगर आप एक छोटे बच्चे को अपने झूले पर सोता हुआ देखें, तो जो एक बात खयाल में आपको नहीं आती होगी, आनी चाहिए, वह यह होगी कि बच्चे का पेट आप ऊपर-नीचे होते देखेंगे, छाती नहीं। बच्चा श्वास ले रहा है, तो उसका पेट ऊपर-नीचे हो रहा है। लेकिन छाती उसकी बिलकुल विश्राम में पड़ी है। हम उलटी ही श्वास ले रहे हैं। हम जब श्वास लेते हैं, तो छाती ऊपर-नीचे होती है। लाओत्से का कथन है--और बहुत कीमती, और अब विज्ञान भी लाओत्से से सहमत है--कि जैसे ही व्यक्ति के भीतर एंद्रिक और बुद्धिगत चेतनाओं में फासला पड़ता है, वैसे ही श्वास नाभि से न आकर सीने से आनी शुरू हो जाती है। यह फासला जितना बड़ा होता है, श्वास उतने ही ऊपर से आकर लौट जाती है। तो जिस दिन बच्चे की श्वास पेट से हट कर और सीने से चलने लगती है, जान लेन...

तनाव से तुरंत राहत देते हुए ध्यान में प्रवेश करवाने वाला एक सहज उपाय !! Osho !!

                     ! कुछ भी ध्यान बन सकता है ! " तनाव। टेंशन! " तनाव से तुरंत राहत देते हुए ध्यान में प्रवेश करवाने वाला एक सहज उपाय। सब यही कहते हैं कि तनाव से मुक्ति पाने के लिए हमें ध्यान में प्रवेश करना होगा। लेकिन जब तक हम तनाव से मुक्ति न पा लें, तब तक ध्यान में प्रवेश कैसे कर सकते हैं? तनाव ही तो हमें ध्यान में प्रवेश करने से रोके हुए हैं? तो पहले हम तुरंत तनाव मुक्ति का एक उपाय करते हैं। एक ऐसा उपाय जो पहले तनाव से मुक्त करेगा फिर हमें ध्यान में प्रवेश करवाएगा। जब भी तनाव महसूस हो और मन खिन्न होने लगे तब इस प्रयोग को करना है। शरीर को ढीला छोड़ दें। शिथिल छोड़ दें और श्वास को गहरी और धीमी लेना शुरू करें। श्वास को नाभि तक जाने दें। और कुछ भी नहीं करना है। सिर्फ श्वास को नाभि तक चलने देना है। यानि श्वास चले तब नाभि पेट के साथ उपर- नीचे उठे। ठीक वैसी श्वास लेनी है जैसी हमरे शरीर के नींद में जाने पर चलती है। नींद में हमारा पेट उपर -नीचे होता रहता है। शरीर को ढीला रखना श्वास के गहरी होने में मदद करेगा। ज्यों ही...

हर एक व्यक्ति को इसी साढ़े तीन मिनिट में सावधानी बरतनी चाहिए।

*जिन्हें सुबह या रात में सोते समय  पेशाब करने जाना पड़ता हैं उनके लिए विशेष सूचना!!*         हर एक व्यक्ति को इसी साढ़े तीन मिनिट में सावधानी बरतनी चाहिए। *यह इतना महत्व पूर्ण क्यों है?*         यही साढ़े तीन मिनिट अकस्माक होने वाली मौतों की संख्या कम कर सकते हैं।         जब जब ऐसी घटना हुई हैं, परिणाम स्वरूप तंदुरुस्त व्यक्ति भी रात में ही मृत पाया गया हैं।         ऐसे लोगों के बारे में हम कहते हैं, कि कल ही हमने इनसे बात की थी। ऐसा अचानक क्या हुआ? यह कैसे मर गया?        इसका मुख्य कारण यह है कि रात मे जब भी हम मूत्र विसर्जन के लिए जाते हैं, तब अचनाक या ताबड़तोब उठते हैं, परिणाम स्वरूप मस्तिष्क तक रक्त नही पहुंचता है।        यह साढ़े तीन मिनिट बहुत महत्वपूर्ण होते हैं।       मध्य रात्रि जब हम पेशाब करने उठते है तो हमारा ईसीजी का पैटर्न बदल सकता है। इसका कारण यह है, कि अचानक खड़े होने पर मस्तिष्क को रक्त नहीं पहुच पाता और हमारे ह्रदय की ...

पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण को हार्ट अटैक होने पर AIIMS में भर्ती किया गया है ! इसीलिए दोस्तों, खाओ पिओ मौज करो !

दुनिया को योग सिखाने वाले, सूफी जीवन का पाठ पढ़ाने वाले, अविवाहित, उम्र कुल 47, तमाम तरह की जीवन रक्षक जड़ीबूटियों की जानकारी रखने वाले, पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण को हार्ट अटैक होने पर  AIIMS में भर्ती किया गया है - इसीलिए दोस्तों,  खाओ पिओ मौज करो

Very important message pl read carefully, forward & follow this HIGH ALERT

🙏Very important message - pl read carefully, forward & follow this ....  🙏HIGH ALERT - All Brothers & Sisters, Please ```Pass to all your contacts. Dr. Anjali Mathur, Chairman & CMO, Indo American Hospital (IAH), South Dakota (United States)... This message is from a group of doctors in India (forwarded in public interest). 1) Do not drink APPY FIZZ. It contains Cancer causing agent.. 2) Don't eat Mentos before or after drinking Coke or Pepsi because the Person will die immediately as the mixture becomes CYANIDE.. 3) Don't eat Kurkure because it contains high amount of Plastic. If you don't believe burn Kurkure and you can see Plastic melting.! 4) Avoid these Tablets, they are very dangerous: * D-cold * Vicks Action-500 * Actifed * Coldarin * Cosome * Nice * Nimulid * Cetrizet-D They contain Phenyl Propanol-Amide PPA. Which causes Strokes & are banned in USA! Please, before deleting, HELP your friends by passing it..! Let...

पपीते के पत्तो की चाय किसी भी स्टेज के कैंसर को सिर्फ 60 से 90 दिनों में कर देगी जड़ से खत्म !

पपीते के पत्ते 3rd और 4th स्टेज के कैंसर को सिर्फ 35 से 90 दिन में सही कर सकते हैं।* *अभी तक हम लोगों ने सिर्फ पपीते के पत्तों को बहुत ही सीमित तरीके से उपयोग किया होगा, बहरहाल प्लेटलेट्स के कम हो जाने पर या त्वचा सम्बन्धी या कोई और छोटा मोटा प्रयोग, मगर आज जो हम आपको बताने जा रहें हैं, ये वाकई आपको चौंका देगा, आप सिर्फ 5 हफ्तों में कैंसर जैसी भयंकर रोग को जड़ से ख़त्म कर सकते हैं।* 🍐🍐🍐🍐🍐🍐 *ये प्रकृति की शक्ति है और बलबीर सिंह शेखावत जी की स्टडी है जो वर्तमान में as a Govt. Pharmacist अपनी सेवाएँ सीकर जिले में दे रहें हैं।* 🍐🍐🍐🍐🍐🍐 *कई प्रकार के वैज्ञानिक शोधों से पता लगा है कि पपीता के सभी भागों जैसे फल, तना, बीज, पत्तिया, जड़ सभी के अन्दर कैंसर की कोशिका को नष्ट करने और उसके वृद्धि को रोकने की क्षमता पाई जाती है।* *विशेषकर पपीता की पत्तियों के अन्दर कैंसर की कोशिका को नष्ट करने और उसकी वृद्धि को रोकने का गुण अत्याधिक पाया जाता है। तो आइये जानते हैं उन्ही से।* 🍐🍐🍐🍐🍐🍐 *Nam Dang MD, Phd जो कि एक शोधकर्ता है, के अनुसार पपीता की पत्तियां डायरेक्ट कैंसर को खत्म क...

आप एक बेशकीमती जान तो बचा ही सकते हैं .... और यह जान आप की अपनी भी हो सकती है !

*ब्रेन हेमरेज क्या है* डा महेश सिन्हा की एक बहुत उपयोगी पोस्ट --- मस्तिष्क आघात के मरीज़ को कैसे पहचानें? मस्तिष्क आघात --जी वही, जिसे कईं बार ब्रेन-स्ट्रोक भी कह दिया जाता है अथवा आम भाषा में दिमाग की नस फटना या ब्रेन-हैमरेज भी कह देते हैं। इस के बारे में पोस्ट डाक्टर साहब लिखते हैं ---- एक पार्टी चल रही थी, एक मित्र को थोड़ी ठोकर सी लगी और वह गिरते गिरते संभल गई और अपने आस पास के लोगों को उस ने यह कह कर आश्वस्त किया कि सब कुछ ठीक है, बस नये बूट की वजह से एक ईंट से थोड़ी ठोकर लग गई थी। (आस पास के लोगों ने ऐम्बुलैंस बुलाने की पेशकश भी की). साथ में खड़े मित्रों ने उन्हें साफ़ होने में उन की मदद की और एक नई प्लेट भी आ गई। ऐसा लग रहा था कि इन्ग्रिड थोड़ा अपने आप में नहीं है लेकिन वह पूरी शाम पार्टी तो एकदम एन्जॉय करती रहीं। बाद में इन्ग्रिड के पति का लोगों को फोन आया कि कि उसे हस्पताल में ले जाया गया लेकिन वहां पर उस ने उसी शाम को दम तोड़ दिया। दरअसल उस पार्टी के दौरान इन्ग्रिड को ब्रेन-हैमरेज हुआ था --अगर वहां पर मौजूद लोगों में से कोई इस अवस्था की पहचान कर पाता तो आज इन्ग्...

एक *डॉक्टर* छुपा बैठा होता है, बिना फीस वाला । आइए आज अपने उसी डॉक्टर से आपका परिचय करायें ।

प्रत्येक घर में एक रसोई होती है, और इस रसोई में एक  *डॉक्टर* छुपा बैठा होता है,  बिना फीस वाला । आइए आज अपने उसी डॉक्टर से आपका परिचय करायें । 💼 1- केवल सेंधा नमक का प्रयोग करने पर आप *थायराइड*  और  *ब्लडप्रेशर* से बचे रह सकते हैं, यही नहीं, आपका *पेट* भी ठीक रहेगा । 💼 2- कोई भी रिफाइंड न खाकर तिल, सरसों, मूंगफली या नारियल के तेल का प्रयोग आपके शरीर को कई बीमारियों से बचायेगा, रिफाइंड में कई हानिकारक *कैमिकल*  होते हैं । 💼 3- सोयाबीन की बड़ी को दो घंटे भिगोकर मसलकर झाग निकालने के बाद ही प्रयोग करें, यह झाग *जहरीली* होती है । 💼 4- रसोई में एग्जास्ट फैन अवश्य लगवायें, इससे *प्रदूषित*  हवा बाहर निकलती रहेगी । 💼 5- ज्यादा से ज्यादा मीठा नीम/कढ़ी पत्ता खाने की चीजों में डालें, सभी का *स्वास्थ्य* सही रहेगा । 💼 6- भोजन का समय निश्चित करें, *पेट* ठीक रहेगा । 💼 7- भोजन के बीच बात न करें, भोजन ज्यादा *पोषण*  देगा । 💼 8- भोजन से पहले पिया गया पानी *अमृत*, बीच का *सामान्य* और अंत में पिया गया पानी *ज़हर* के समान होता है । 💼 9- बहुत ही आवश्यक हो त...

सबसे ज्‍यादा परेशानी उन लोगों की होती है जो दिल और फेफड़ों के रोगों से पीड़ित होते हैं !

आते ही सबसे ज्‍यादा परेशानी उन लोगों की होती है जो दिल और फेफड़ों के रोगों से पीड़ित होते हैं। यहां तक कि इस मौसम में इन लोगों की संख्या भी बढ़ने लगती है। आलस की वजह से लोग अपने शरीर खासतौर से अपने दिल को तंदुरुस्त रखने पर ध्यान नहीं देते, जबकि सर्दियों में सबसे ज्यादा खतरा दिल को रहता है। सर्दियां आते ही सबसे ज्‍यादा परेशानी उन लोगों की होती है जो दिल और फेफड़ों के रोगों से पीड़ित होते हैं। यहां तक कि इस मौसम में इन लोगों की संख्या भी बढ़ने लगती है। आलस की वजह से लोग अपने शरीर खासतौर से अपने दिल को तंदुरुस्त रखने पर ध्यान नहीं देते, जबकि सर्दियों में सबसे ज्यादा खतरा दिल को रहता है।