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#जिंदगी में यह शब्द कभी ना बोलो। वरना बर्बाद हों सकती हैं तुमारी लाइफ !!

#जिंदगी में यह शब्द कभी ना बोलो। वरना बर्बाद हों सकती हैं तुमारी लाइफ !!

#क्या था तंदूर कांड क्राइम !!

 क्या था तंदूर कांड क्राइम !! 

#Ghansoli रेलवे स्टेशन के होडिंग से हो सकता है,बड़ा हादसा !! #घाटकोपर में होडिंग गिरने से 17 लोगो की मौत हुई थी !!

#Ghansoli रेलवे स्टेशन के होडिंग से हो सकता है,बड़ा हादसा !! #घाटकोपर में होडिंग गिरने से 17 लोगो की मौत हुई थी !!

How to find out whether an #FIR has been registered against you or not ?

आप के खिलाफ़ FIR दर्ज हुआ की नहीं यह आप कैसे पता करें !!

मुंबई के अंडर वल्ड के गैंगस्टर इस समय कहाँ अपनी जिंदगी जी रहे हैं !!

मुंबई के अंडर वल्ड के गैंगस्टर इस समय कहाँ अपनी जिंदगी जी रहे हैं !!

अपराधिक गतिविधियां में संलिप्त अपराधी व्यक्तियों के पत्रकारिता में आ जाने से पत्रकारिता का पतन हो रहा है !!

               🙏 वी पी एस खुराना  स्वतंत्रपत्रकार 🙏 शोक मनाइए  प्रेस की आज़ादी में हम और नीचे गिर गए हैं ! पत्रकारिता को मिशन समझ कर करने वाले अब बिजनेस कर रहे है कही पन्द्रह सोलह वर्ष पूर्व अपराधिक गतिविधियां में संलिप्त  अपराधी व्यक्तियों के पत्रकारिता में आ जाने से पत्रकारिता का पतन हो रहा है. वर्तमान समय में देखने को जो मिल रहा है वह कही पूर्व की एक चाल तो नहीं हैं क्योंकि इधर तो प्रेस की आजादी की  दुहाई दे कर अपराधी अपराध कर रहे हैं एक मामला सबके सामने अभी कुछ दिनो पूर्व हुआ ऐसा दुर्भाग्यपूर्ण कालखंड जिसमें प्रजातांत्रिक संसार के बचे थोड़े से मुल्क भी एक-एक करके तानाशाही व्यवस्थाओं में बदलते जा रहे हैं, ‘विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस ‘तीन मई के अवसर पर हमारे आसपास के ही दो मुल्कों के जाँबाज़ पत्रकार-फ़ोटोग्राफ़रों की कहानी से रूबरू होना ज़रूरी है। एक मुल्क भारत की पूर्वी सीमा से लगा म्यांमार बर्मा है और दूसरा पूर्व एशिया में स्थित ‘उगते सूर्य का देश’ जापान है। म्यांमार इस समय सैन्य तानाशाही की गिरफ़्त में है। जापान में भरप...

14 मई 1939 को भावनगर में सरदार पटेल के ऊपर जानलेवा हमला और उनकी हत्या की कोशिश किसने की थी और कितने अपराधियों को फांसी और आजीवन कारावास की सजा अदालत ने सुनाई थी।

हमें यह तो किताबों में पढ़ाया गया कि महात्मा गांधी की हत्या नाथूराम गोडसे ने की थी,लेकिन यह कभी नहीं पढ़ाया गया कि 14 मई 1939 को भावनगर में सरदार पटेल के ऊपर जानलेवा हमला और उनकी हत्या की कोशिश किसने की थी और कितने अपराधियों को फांसी और आजीवन कारावास की सजा अदालत ने सुनाई थी। 57 आरोपी पकड़े गए,जिसमें से आजाद अली,रुस्तम अली सिपाही को सजा ए मौत यानी फांसी दी गई,और कासम डोसा घांची, लतीफ मियां काजी,मोहम्मद करीम सिपाई, सय्यद हुसैन, चांद गुलाब सिपाई,हाशम सुमरा संधि,लोहार मूसा अब्दुल्ला,अली मियां अहमद मियां सैयद,अली मामद सुलेमान,मोहम्मद सुलेमान कुंभार,अबू बकर अब्दुल्ला,लोहार अहमदिया,मोहम्मद मियां काजी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। 14 मई और 15 मई 1939 को भावनगर में सरदार वल्लभभाई पटेल की अध्यक्षता में भावनगर राज्य प्रजा परिषद का पांचवा अधिवेशन होने वाला था।  सरदार वल्लभभाई पटेल भावनगर आए और रेलवे स्टेशन से खुली जीप में उनकी भव्य शोभा यात्रा निकली। सरदार पटेल खुली जीप में बैठकर सड़क के दोनों तरफ खड़े लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे। जब यह यात्रा खार गेट चौक पहुंची तब वहां नगीना मस्जि...